ललित मोदी ने कहा कि जब उन्होंने कोच्चि IPL टीम के साझेदारों के बारे में जानकारी ली, तो उन्हें यह समझ में आया कि यह टीम वित्तीय रूप से सही नहीं थी. इसके बावजूद सुनंद पुष्कर को बिना किसी योगदान के बड़ा हिस्सा दे दिया गया.
इस शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार ने कुल 16 विधेयकों को विचार के लिए पेश करने की योजना बनाई है. इनमें वक्फ (संशोधन) विधेयक प्रमुख है, जिसे लेकर विपक्ष की ओर से भी विरोध हो सकता है. सरकार की योजना है कि इस सत्र में 19-19 बैठकें दोनों सदनों में आयोजित की जाएं.
शिंदे गुट यह तर्क दे रहा है कि उन्होंने इस चुनाव में सबसे अधिक सीटें जीतकर साबित किया है कि उनका चेहरा ही प्रमुख था. उनका कहना है कि जैसे बिहार में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया, वैसे ही महाराष्ट्र में शिंदे को सीएम बनाना चाहिए.
पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने 26 नवंबर को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे साल सुप्रीम कोर्ट ने मौलिक और संवैधानिक मामलों पर सुनवाई की. इसमें कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की गई, जिनमें 9, 7 और 5 जजों की बेंच में होने वाले मामले भी शामिल थे.
याचिका दायर करने वाले केए पॉल ने यह भी दावा किया कि एलन मस्क ने कहा है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है. इसके अलावा, उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और वाईएस जगन मोहन रेड्डी का नाम लिया, जिन्होंने अपनी हार के बाद ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया था.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, घटना की सूचना कंट्रोल रूम से मिली थी. इसके बाद, डीएसपी दिलबाग सिंह ने कहा कि शुरुआती जांच में यह पता चला है कि धमाकों के कारण नाइट क्लब और आसपास के इलाके के शीशे टूट गए हैं, लेकिन इसके अलावा कोई और नुकसान नहीं हुआ है.
शिंदे ने एक्स पर कहा, ‘‘महायुति गठबंधन की बड़ी जीत के बाद राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी. हमने एक महागठबंधन के रूप में मिलकर चुनाव लड़ा और हम आज भी साथ हैं.’’
वैभव सूर्यवंशी के क्रिकेट में करियर बनाने की शुरुआत एक साधारण से गांव में हुई थी, जहां बच्चों के पास ना तो आधुनिक सुविधाएं थीं, ना ही क्रिकेट के लिए उचित संसाधन. लेकिन, वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने कभी भी अपने बेटे के सपनों को टूटने नहीं दिया.
संभल हिंसा के बाद, जिला प्रशासन और पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की है. मामले की जांच जारी है और अधिकारियों का कहना है कि जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अजित पवार ने एनसीपी में अपनी ताकत साबित की है. वह अब मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं और उनका नाम भी इस दौड़ में शामिल हो गया है. हालांकि, वह डिप्टी सीएम पद को लेकर भी सहमति दिखा रहे हैं, अगर बीजेपी अपना मुख्यमंत्री चुनती है.