इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश में करीब 16,000 मान्यता प्राप्त मदरसों को राहत मिली है. उत्तर प्रदेश में कुल 23,500 मदरसे हैं, जिनमें से लगभग 16,500 मदरसे मान्यता प्राप्त हैं, और इनमें 560 मदरसे सरकारी अनुदान प्राप्त करते हैं.
ईरानी शासन ने इन प्रदर्शनों को दबाने के लिए हिंसा का सहारा लिया, जिसके परिणामस्वरूप कई मौतें हुईं. लेकिन महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए खड़े होने का साहस नहीं छोड़ा.
जनता भौंचक टुकुर-टुकर ताक रही है, कभी एक तरफ तो कभी दूसरी ओर. उसे समझ ही नहीं आ रहा है कि आखिर सब नेता, सब पार्टी हमारी ही चिंता कर रहा है तो फिर हमारी दशा इतनी चिंताजनक क्यों?
बीजेपी के इस संकल्प पत्र में 150 संकल्प शामिल हैं, जो विभिन्न वर्गों पर केंद्रित हैं, जैसे कि आदिवासी, महिलाएं, युवा और बुजुर्ग. पार्टी ने आदिवासियों के लिए प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (UCC) से उन्हें बाहर रखने का वादा किया है.
निषाद पार्टी ने भी इस राजनीतिक माहौल में सक्रियता दिखाई है. उन्होंने सपा और बीजेपी के खिलाफ अपने पोस्टर लगाए हैं, जिसमें लिखा गया है, "सत्ताईस का नारा, निषाद है सहारा." इससे पार्टी ने अपनी पहचान और वोट बैंक को मजबूत करने का प्रयास किया है.
कुल मिलाकर, भारत सरकार ने अपने गृह मंत्री पर लगे आरोपों को स्पष्ट रूप से नकारते हुए कहा है कि इस तरह के दावों से द्विपक्षीय संबंधों में और जटिलता आ सकती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अपने कार्यकाल के दौरान कन्नड़ भाषा को किसी भी प्रकार की अपमान का शिकार नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा,"कर्नाटक में ऐसे हालात बन गए हैं कि कन्नड़ की रक्षा के लिए एक समिति की आवश्यकता है."
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि कारतूस मिलने के बाद तुरंत एयरपोर्ट पुलिस को सूचित किया गया. एयरलाइन ने इस मामले में सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कार्रवाई की.
आरएसएस की योजना है कि राज्यभर में 3 लाख से अधिक छोटी-छोटी बैठकें आयोजित की जाएं. ये बैठकें लोगों के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाने का प्रयास करेंगी.
प्याज बम के अलावा, इस वर्ष भारत में कई अन्य विस्फोट की घटनाएं भी सामने आई हैं. पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई.