Ram Mandir: 2018 में अपनी पहली मुलाकात के बाद उन्होंने कई मौकों पर पीएम मोदी से बातचीत की और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी लगभग 35 मिनट तक उपस्थित मेहमानों और संतों को संबोधित करते रहे. अपने भाषण के दौरान उन्होंने भगवान राम के भव्य स्वरूप का वर्णन किया.
रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य में विकास अधिक होने की उम्मीद है. इससे पर्यटन विकास और बुनियादी ढांचे के विकास के आधार पर यहां 30,000-50,000 नौकरियां पैदा हो सकती हैं.
PM मोदी ने कहा, "हमारे राम लला अब टेंट में नहीं रहेंगे, वे अब दिव्य मंदिर में रहेंगे. मेरा पक्का विश्वास है कि जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश और दुनिया के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी."
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में पीएम मोदी के साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हुए. मंत्रोच्चार के बीच पीएम मोदी और मोहन भागवत ने पूजा-अर्चना की.
इस समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य लोग अयोध्या पहुंच चुके हैं. इस बीच पीएम ने हेलिकॉप्टर से अयोध्या का वीडियो शूट किया है.
प्राण प्रतिष्ठा से पहले, दुनिया भर में लोग भारतीय संस्कृति और एकता के वास्तविक सार को प्रदर्शित करते हुए इस अवसर का जश्न मना रहे हैं.
राम मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है. इसकी लंबाई 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है. इसमें 392 खंभे और 44 दरवाजे हैं.
पूरे अयोध्या में इस वक्त जश्न का माहौल है. हर तरफ भगवा लहर देखी जा रही है. पूरे अयोध्या में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं.
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर शंकराचार्यों ने असहमति व्यक्त की थी. हालांकि, अब उनके सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं.