Raebareli DISHA Meeting: बैठक में एक और ट्विस्ट तब आया, जब ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडेय ने इसका बहिष्कार कर दिया. मनोज ने राहुल पर निशाना साधा. उन्होंने पत्रकारों से कहा, "राहुल गांधी ने सांसद बनने के बाद संसद में रायबरेली के लिए कितनी बार आवाज उठाई? वो अपने कामों की लिस्ट बताएं."
महागठबंधन में RJD और कांग्रेस के अलावा लेफ्ट पार्टियां, मुकेश सहनी की VIP, पशुपति पारस की LJP और हेमंत सोरेन की JMM भी शामिल हैं. नए दोस्तों के आने से सीटों का बंटवारा और पेचीदा हो गया है. RJD और कांग्रेस को अपनी कुछ सीटें इन नए सहयोगियों को देनी पड़ेंगी, जिससे सियासी समीकरण और मजेदार हो गए हैं.
8 सितंबर को काठमांडू की सड़कें रणक्षेत्र बन गईं. स्कूल यूनिफॉर्म और किताबें हाथ में लिए हजारों छात्र संसद भवन की ओर बढ़े. ‘हामी नेपाल’ नाम के एनजीओ के अध्यक्ष सुदान गुरुंग ने इस प्रदर्शन को लीड किया. उनकी एक अपील ने लाखों युवाओं को सड़कों पर ला दिया. लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया. पुलिस की गोलीबारी और झड़प में अब तक 34 लोगों की जान चली गई. इस खून-खराबे ने सुदान को झकझोर कर रख दिया.
राहुल गांधी की विदेश यात्राएं पहले भी चर्चा का विषय रही हैं. कई बार उनकी यात्राओं को लेकर सवाल उठे हैं कि वो किससे मिलते हैं और क्या करते हैं? कुछ लोग इसे उनकी निजी जिंदगी का हिस्सा मानते हैं, तो कुछ इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर देखते हैं. इस बार CRPF की चेतावनी ने इस बहस को और हवा दे दी है.
Nepal GenZ Protests: 54 साल के कुलमन घीसिंग कोई साधारण शख्स नहीं हैं. ये वो इंसान हैं, जिन्होंने काठमांडू घाटी में सालों से चली आ रही बिजली कटौती की समस्या को जादू की तरह खत्म कर दिया था. 2016 में जब वो नेपाल विद्युत प्राधिकरण (NEA) के प्रमुख बने, तो उन्होंने 12-18 घंटे की लोडशेडिंग को इतिहास की बात बना दिया.
Gujarat Factories Bill 2025: अगर आप 12 घंटे से ज्यादा काम करते हैं या छुट्टी के दिन काम पर आते हैं, तो आपको डबल सैलरी मिलेगी. इतना ही नहीं, पहले जहां तीन महीने में 75 घंटे ओवरटाइम मिलता था, अब यह बढ़कर 125 घंटे हो गया है.
Cross Voting Controversy: अभिषेक बनर्जी ने स्वीकार किया कि इस बात की संभावना है कि कुछ सांसदों ने क्रॉस-वोटिंग की हो, यानी उन्होंने अपनी पार्टी के खिलाफ जाकर वोट दिया हो. उन्होंने कहा, "यह कहना मुश्किल है कि अवैध घोषित किए गए 15 वोट किस खेमे के थे. लेकिन अगर इन वोटों में से आधे-आधे भी बांटें, तो भी कुछ सांसदों ने क्रॉस-वोटिंग की होगी."
नेपाल भारत और चीन के बीच एक रणनीतिक बफर है. यहां की अस्थिरता भारत के लिए सीधा खतरा है, लेकिन चीन और अमेरिका के लिए मौका. दरअसल, नेपाल में चीन ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के तहत सड़कों, रेलवे और बांधों में भारी पैसा लगाया है. 2023 तक चीन नेपाल का सबसे बड़ा निवेशक बन चुका था.
ये प्रदर्शन जनरेशन-जेड के नेतृत्व में हो रहे हैं, जो सरकार और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं. प्रदर्शनकारी सरकार के भ्रष्टाचार और हाल ही में सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ आवाज उठा रहे थे. हालांकि सरकार ने सोशल मीडिया बैन हटा लिया, लेकिन गुस्सा कम नहीं हुआ.
नेपाल में केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद देश का राजनीतिक सिस्टम एक नाजुक मोड़ पर है. संवैधानिक प्रक्रिया के तहत, राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल अब नई सरकार के गठन के लिए संसद में बहुमत साबित करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे.