अगर कोई कोचिंग सेंटर इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत कार्रवाई की जाएगी.
नरेश मीणा के समर्थक भी पीछे नहीं हटे. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके गांव की गाड़ियों को पुलिस ने जलाया और वह खुद भी इस नुकसान की भरपाई करेंगे. मीणा का कहना था, "मैं यहां गिरफ्तारी देने आया हूं ताकि गांव वाले मुझसे यह न समझें कि मैं भाग गया हूं."
पंकजा मुंडे और अजित पवार के विवाद के बीच, बीजेपी के कुछ नेता इस मुद्दे को उत्तर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति से जोड़ते हुए कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ का यह बयान उत्तर प्रदेश की विशिष्ट राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए दिया गया था.
इस मामले में जांच एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की विस्तार से जांच की जाएगी. जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, उन्हें जांच में शामिल किया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर कार्रवाई की एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है. पिछले कुछ सालों में सीएम योगी ने खासकर उन अपराधियों और अराजक तत्वों के खिलाफ बुलडोजर चलाया है, जिनके खिलाफ अवैध निर्माण, अतिक्रमण और अपराधों के आरोप हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोज़र कार्रवाई पर रोक लगा दी है. शीर्ष अदालत ने फैसले में कहा है कि सिर्फ किसी व्यक्ति के आरोपी होने की वजह से उसकी संपत्ति पर बुलडोज़र चलाना सही नहीं है. कोर्ट ने कहा कि किसी के घर को तोड़ने के लिए उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करना आवश्यक है
हालांकि यह कानूनी विवाद धोनी के लिए एक सिरदर्द बन चुका है, लेकिन उनके फैंस के लिए एक राहत की खबर भी है. धोनी ने हाल ही में पुष्टि की है कि वे आईपीएल 2025 के सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलेंगे.
अक्षरा ने केवल अभिनय क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि राजनीति में भी कदम रखा था. 2023 में वह प्रशांत किशोर के 'जन सुराज' अभियान से जुड़ी थीं. हालांकि, उनकी राजनीति में रुचि केवल कैम्पेन तक ही सीमित रही और वह लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लीं.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा और महुआ माजी जैसे नेताओं की किस्मत दांव पर है. वहीं, वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी चुनावी मैदान में हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार से होगा.
आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा के फरीदाबाद जिले में सबसे ज्यादा बीपीएल लाभार्थी हैं. फरीदाबाद में 14.29 लाख लोग बीपीएल सूची में शामिल हैं, जो राज्य के किसी भी अन्य जिले से अधिक है.