इस बीच उत्तर प्रदेश की मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर जैसे ही सपा ने भानु प्रताप सिंह के नाम की घोषणा की तो पार्टी कार्यकर्ता चौंक गए. सपा के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है.
राजनीतिक दलों से प्राप्त डेटा सीलबंद लिफाफे को खोले बिना सुप्रीम कोर्ट में जमा किया गया था. 15 मार्च, 2024 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने सीलबंद कवर में एक पेन ड्राइव में डिजिटल रिकॉर्ड के साथ प्रतियां वापस कर दी हैं.
इस बार चुनाव 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में होंगे और मतगणना चार जून को होगी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है.
सबसे खास बात ये कि यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल में कुल 7 चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल में 7 चरणों में चुनाव कराए जाने को लेकर कहा जा रहा है कि संवेदनशील राज्य होने के कारण यहां चुनाव आयोग रिश्क नहीं लेना चाहता.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की है. इसके साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई, जिसका अर्थ है कि राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और सरकार को अपने भाषणों के दौरान भारत के चुनाव आयोग (ECI) के निर्धारित दिशानिर्देशों के तहत काम करना होगा.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, चुनावी बॉन्ड भुनाने वाली पार्टियों में बीजेपी, कांग्रेस, एआईएडीएमके, बीआरएस, शिवसेना, टीडीपी, वाईएसआर कांग्रेस, डीएमके, जेडीएस, राकांपा, टीएमसी, जदयू, राजद, आप और सपा शामिल हैं.
हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को करनाल से मैदान में उतारा गया है, वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विदिशा से चुनाव लड़ेंगे. कर्नाटक के पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई हावेरी से चुनाव लड़ेंगे.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया, "पेट्रोल और डीज़ल के दाम ₹2 रुपये कम करके पीएम मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है."
चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर पीडीएफ अपलोड किए हैं. जिसमें सारा डेटा दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, चुनावी बॉन्ड से सभी राजनीतिक पार्टियों को चंदा मिला है. हालांकि, सबसे ज्यादा कमाई बीजेपी की हुई है.
पहले खबर आई थी कि 'दीदी' की पार्टी टीएमसी से बात बिगड़ने के बाद कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व बंगाल में लेफ्ट पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने पर जोर दे रही है.