राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

ताज महल

10 साल से BJP का गढ़, BSP का अब तक नहीं खुला खाता…जानें आगरा लोकसभा सीट का सियासी समीकरण

2009 से यह सीट भाजपा का गढ़ रही है, राम शंकर कठेरिया ने 2009 और 2014 में निर्वाचन क्षेत्र जीता था और सत्यपाल सिंह बघेल ने 2019 में इसे जीता था.

CAA Implemented Live Updates

CAA Implemented: CAA लागू होने के बाद दिल्ली-यूपी में हाई अलर्ट, शाहीन बाग में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में बसे बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों सहित प्रताड़ना झेल चुके गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता देना है.

Cricketer Yusuf Pathan, Kirti Azad and actor Shatrughan Sinha

‘बंगाली बनाम बाहरी’ को मुद्दा बनाने वाली TMC के तीन Outsiders, बीजेपी ने ‘दीदी’ को घेरा

बता दें कि ‘दीदी’ के साथ कांग्रेस लगातार इग्नोरेंस की मुद्रा में चल रही थी. लगातार उनके प्रपोजल और डेडलाइन पर बेरुखी दिखा रही थी. अब दीदी ने फैसला कर दिया है. दीदी ने ऐसा फैसला कर दिया है कि अब इंडी ब्लॉक के भविष्य पर ही सवाल उठने लगा है.

CAA ( प्रतीकात्मक तस्वीर)

देशभर में लागू हुआ CAA, जानें क्या है यह कानून?

इस कानून के माध्यम से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों से आने वाले हिंदू शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी.

Asaduddin Owaisi

Lok Sabha Election 2024: बिहार में AIMIM बिगाड़ सकती है कई दलों का गणित, इन सीटों पर ओवैसी की नजर

AIMIM किशनगंज के अलावा, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, दरभंगा, मधुबनी और गया में चुनाव लड़ना चाहती है. इन इलाकों में मुस्लिम वोटरों की संख्या अच्छी खासी है.

Saayoni Ghosh

शिवलिंग पर विवादित पोस्ट, ममता बनर्जी की खास…जानें कौन हैं Saayoni Ghosh, जिन्हें TMC ने जादवपुर से बनाया उम्मीदवार

साल 2015 में सायोनी घोष ने शिवलिंग की एक विवादित तस्वीर शेयर की. कथित तौर पर हिंदू संस्कृति को बदनाम करने वाला उनका ट्वीट महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर पोस्ट किया गया था, जो उस वर्ष 17 फरवरी को मनाया गया था.

Mohammad Ashraf Azad, pm modi

“आपकी कड़ी मेहनत रंग लाई, हवाई अड्डे पर देखते बोल पड़े PM मोदी”, जानिए कौन हैं प्रधानमंत्री के दोस्त अशरफ आजाद

श्रीनगर एयरपोर्ट पर पीएम मोदी से मुलाकात करने वाला शख्स सफेद दाढ़ी के साथ काला कुर्ता और केसरिया रंग का वास्कट, सिर पर तिरंगे रंग की पगड़ी और कंधे पर बीजेपी का दुपट्टा पहने नजर आया.

चुनाव आयुक्त

क्या चुनाव आयोग में सबकुछ ठीक चल रहा है? जानें इनसाइड स्टोरी

1985 बैच के आईएएस अफसर अरुण गोयल ने 18 नवंबर, 2022 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और एक दिन बाद ही उन्हें चुनाव आयुक्त नियुक्त कर दिया गया था. उनकी नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी, जिस पर कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि ‘आखिरकार जल्दबाजी’ क्या थी.

शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब

Lok Sabha Election 2024: शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने बढ़ाई RJD की टेंशन, बिहार की इस सीट से चुनाव लड़ने का किया ऐलान

शहाबुद्दीन की पत्नी हिना ने कहा कि उन्हें आरजेडी से पहले भी कोई नाराजगी नहीं थी, आज भी नहीं है. उन्होंने कहा कि सीवान से वह खुद या उनके बेटे ओसामा शहाब (Osama Shahab) निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

PM Modi

Varanasi Lok Sabha Seat: सपा-बसपा को कभी नहीं मिली जीत, पीएम मोदी ने बनाया अभेद्य किला, जानें इस सीट का जातीय और सियासी समीकरण

पांच विधानसभा सीटों से बना वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक है. 1957 के बाद से बीजेपी ने सात बार और कांग्रेस ने छह बार यह सीट जीती है. 1991 के बाद से बीजेपी का रिकॉर्ड बिल्कुल सही रहा है.

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