गृह मंत्रालय ने जून में जवाब दिया कि वे इन गाड़ियों की जांच के लिए एक एक्सपर्ट टीम बना रहे हैं, जिसमें NSG और CRPF के लोग भी होंगे. ठीक है, इंतज़ार किया गया… लेकिन नवंबर (2024) तक गृह मंत्रालय ने कोई ठोस फैसला लिया ही नहीं.
जैसे-जैसे योजना आगे बढ़ी, इसमें भयानक गड़बड़ियां सामने आने लगीं. शुरुआत में ED की FIR में तो सिर्फ 2.1 करोड़ रुपये के घोटाले का ज़िक्र था, जो ऊंट के मुंह में ज़ीरा जैसा था. लेकिन, जब भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट पेश की, तो सबके होश उड़ गए.
ये आतंकी, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर 'गजवा-ए-हिंद' नाम की एक खतरनाक विचारधारा फैला रहे थे. इनका मकसद था भारत में हिंसा फैलाना और युवाओं को भड़काकर आतंकवाद की राह पर धकेलना.
भारत लंबे समय से कहता रहा है कि कश्मीर में होने वाले हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ है, और UN की इस रिपोर्ट ने भारत के दावे पर मुहर लगा दी है. रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि पहलगाम हमले को पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के समर्थन के बिना अंजाम नहीं दिया जा सकता था.
वायरल हो रहे एक वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि भूकंप के दौरान ऑपरेशन थिएटर बुरी तरह हिल रहा था. पूरी बिल्डिंग तेज़ी से झूल रही थी, लेकिन डॉक्टरों ने अपना काम नहीं रोका. वे तब तक जुटे रहे, जब तक कि सर्जरी पूरी नहीं हो गई.
ट्रंप की इस धमकी के पीछे की वजह है - ट्रेड डील. दरअसल, ट्रंप चाहते हैं कि भारत अमेरिकी सामानों पर लगने वाले टैरिफ को कम करे, क्योंकि उनका मानना है कि भारत 'टैरिफ किंग' है और अमेरिकी सामानों पर सबसे ज्यादा शुल्क लगाता है.
ननों की गिरफ्तारी कोई नई बात नहीं है. 2021 में उत्तर प्रदेश के झांसी में, 2018 में झारखंड में और 2017 में मध्य प्रदेश में भी ऐसी घटनाएं हुई थीं. लेकिन तब इतना सियासी तूफान क्यों नहीं उठा?
सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया है कि मेरे लोकसभा के देवघर में श्रावण मास में कांवर यात्रा के दौरान बस और ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. बाबा बैद्यनाथ जी उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें.
पुंछ में यह गोलीबारी पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुई थी, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था. भारतीय सेना ने इसका जवाब देते हुए पाकिस्तान के आतंकी ठिकाने और एयरबेस तबाह कर दिए.
कृष्ण की पत्नी ने 4 दिन पहले ही एक प्यारे से बेटे को जन्म दिया था. वह अभी भी खानपुर कलां के भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं. जिस दिन यह दर्दनाक घटना हुई, कृष्ण दिन भर अस्पताल में अपनी पत्नी और नवजात बच्चे के साथ ही थे.