राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Sarkaghat Bus Accident

हिमाचल के सरकाघाट में दर्दनाक हादसा, खाई में गिरी बस, 5 की मौत, कई घायल

हादसे की खबर मिलते ही तारंगला गांव के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे. एक स्थानीय महिला, मधु ने बताया कि हादसा उनके घर के ठीक सामने हुआ. उन्होंने कहा कि हमने बस को खाई में पलटा हुआ देखा, और तुरंत पुलिस को सूचना दी. लोग चीख रहे थे, और हमने बिना देर किए बचाव शुरू कर दिया.

Anil Ambani

अनिल अंबानी के खिलाफ चला ED का ‘हंटर’, मुंबई में कंपनियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी, SBI ने दिया था ‘फ्रॉड’ का तमगा!

कभी भारत के सबसे बड़े बिजनेस टाइकून में शुमार अनिल अंबानी आज मुश्किलों के भंवर में फंसते नजर आ रहे हैं. उनके भाई मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज जहां आसमान छू रही है, वहीं अनिल अंबानी की कंपनियां, खासकर रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस कैपिटल कर्ज के बोझ तले दब गई हैं.

Fake Diplomat Harshvardhan Jain

करोड़ों की घड़ियां, लग्जरी गाड़ियां और मंत्रालयों में VIP एंट्री का ‘काला खेल’…कैसे STF के हत्थे चढ़ा ‘फर्जी डिप्लोमैट’? उगले कई राज

हर्षवर्धन जैन को देखकर कोई सोच भी नहीं सकता था कि वह एक अपराधी है. उसे महंगी चीजों और ऐशो-आराम का बेहद शौक था. वह अक्सर दुबई, दक्षिण अफ्रीका, पेरिस, लंदन और सऊदी अरब जैसे देशों में घूमने जाता था. फाइव स्टार होटलों में रुकना और महंगी कारों में चलना उसकी पहचान थी.

Bank Charges

पासबुक अपडेट से लेकर कैश निकालने तक…अब हर चीज़ पर वसूला जा रहा है मोटा पैसा, जानिए कैसे आपको धीरे-धीरे ‘कंगाल’ बना रहे हैं बैंक

कैश लेन-देन के नियम भी बदल गए हैं. कई बैंकों ने अब महीने में बिना शुल्क के नकद जमा करने या निकालने की सीमा 5 बार से घटाकर सिर्फ 3 बार कर दी है. अगर आप इस सीमा से ज़्यादा बार पैसे निकालते हैं या जमा करते हैं, तो हर बार आपको 150 रुपये का भारी-भरकम चार्ज देना पड़ रहा है.

Jagdeep Dhankhar Resignation

मनमुटाव, अपमान, फिर विदाई…यूं ही नहीं धनखड़ साहब ने दिया इस्तीफा, पर्दे के पीछे की ये है कहानी!

पिछले साल दिसंबर में जगदीप धनखड़ ने एक समारोह में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को सार्वजनिक रूप से किसानों के मुद्दों पर घेरा था. उन्होंने सरकार की किसान नीति की सबके सामने आलोचना की थी. हालांकि, बाद में जब शीर्ष मंत्रियों ने उनसे मुलाकात की तो उन्होंने अगले ही दिन शिवराज सिंह चौहान को सदन में किसानों का सबसे बड़ा शुभचिंतक बता दिया.

Farooq Abdullah

“कब समझेंगे कि हम भारतीय मुसलमान हैं…”, फारूक अब्दुल्ला ने ऐसा क्यों कहा?

अब्दुल्ला ने कहा, "मैं मुसलमान हूं, मुसलमान ही रहूंगा और मुसलमान ही मरूंगा. लेकिन मैं हिंदुस्तानी मुसलमान हूं, पाकिस्तानी या चीनी मुसलमान नहीं! आप हिंदुस्तान के मुसलमानों पर भरोसा कब करेंगे?"

Nimmo village

न नंबरों का प्रेशर, न किताबों का बोझ… इस गांव ने तो पढ़ाई का मतलब ही बदल दिया!

जिस उम्र में बच्चे कार्टून देखते हैं, उस उम्र में निम्मो के बच्चे स्कूल में चुनाव करवाते हैं. और वो भी पूरे नियमों के साथ, जैसे देश के बड़े चुनावों में होते हैं. छोटे-छोटे बच्चे बैलेट पेपर से चुनाव करना सीख रहे हैं.

Inder Jit Singh Sidhu

88 साल की उम्र में भी ज़बरदस्त जोश, रिटायर्ड DIG कर रहे हैं चंडीगढ़ को साफ, आनंद महिंद्रा भी हुए मुरीद!

इंदरजीत सिद्धू कहते हैं कि सफाई करने में कोई शर्म नहीं है. सफाई भगवान की भक्ति के बराबर है. शुरू में लोगों ने उनका मजाक उड़ाया और उन्हें पागल भी कहा. लेकिन सिद्धू ने किसी की बात पर ध्यान नहीं दिया.

VP Election Process

भारत में कैसे होता है उपराष्ट्रपति का चुनाव? समयसीमा से लेकर ‘पावर’ तक जानिए पूरी ABCD

संविधान के नियम कहते हैं कि उपराष्ट्रपति का पद खाली होने के बाद 60 दिनों के अंदर नया चुनाव हो जाना चाहिए. इसका मतलब है कि सितंबर 2025 तक हमें देश का नया उपराष्ट्रपति मिल सकता है.

Nishikant Dubey ON Jairam Ramesh

धनखड़ के इस्तीफे के बाद ‘हाय-हाय’ क्यों कर रही है कांग्रेस? निशिकांत दुबे ने जयराम रमेश को लपेटा!

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस का यह कदम रणनीतिक हो सकता है. धनखड़ का इस्तीफा बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, और कांग्रेस इसे भुनाने की कोशिश में है. साथ ही, धनखड़ की किसान पृष्ठभूमि को देखते हुए कांग्रेस जनता में यह संदेश देना चाहती है कि वह किसानों के साथ है.

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