बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी केवल सितारों की मौजूदगी के लिए ही मशहूर नहीं थी, बल्कि यहां कई पुरानी दुश्मनियां भी खत्म होती थीं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण शाहरुख खान और सलमान खान हैं. दोनों के बीच लंबे समय से चली आ रही अनबन को बाबा की पार्टी ने ही सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी.
इस बार का आयोजन और भी खास है क्योंकि एक चौथा पुतला भी लगाया गया है, जो महिलाओं पर अत्याचार करने वालों का प्रतीक है. इस चौथे पुतले के माध्यम से कमेटी ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है. हाल ही में कोलकाता में डॉक्टरों की हड़ताल के चलते हजारों लोग चिकित्सा सेवाओं से वंचित रहे.
इस घटना से कुछ ही दिन पहले, इजरायल के रक्षा मंत्री ने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि ईरान के हालिया मिसाइल हमले का जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा था कि इजरायल की ओर से किया जाने वाला पलटवार "घातक" और "आश्चर्यजनक" होगा.
नायब सिंह सैनी का हरियाणा का मुख्यमंत्री बनना एक बड़ा राजनीतिक कदम है. पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद से सैनी के नाम पर मुहर लगी थी. सैनी ओबीसी समुदाय से आते हैं, और बीजेपी ने उनकी नियुक्ति के जरिए राज्य के सामाजिक समीकरणों को साधने का प्रयास किया है.
अगर हम जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनावी नतीजों का विश्लेषण करें, तो साफ है कि भाजपा को दलित समुदाय का समर्थन मिला. जम्मू में भाजपा ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि हरियाणा में 17 में से आठ सीटें भाजपा के खाते में आईं.
इसके अलावा, पीएम मोदी ने लाओस में सम्मानित भिक्षुओं से भी मुलाकात की. उन्होंने साकेत मंदिर में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा आयोजित आशीर्वाद समारोह में भाग लिया. इस दौरान, उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "लाओ PDR में भिक्षुओं और आध्यात्मिक नेताओं से मिलकर बहुत खुशी हुई. मैं उनके आशीर्वाद के लिए आभारी हूं."
वहीं मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि BJP उन्हें चुनाव में हरा नहीं पाती, इसीलिए परेशान है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब BJP की सरकार नहीं बन पाती, तो वह ऑपरेशन लोटस जैसी रणनीतियों का सहारा लेती है. आतिशी ने कहा, "अगर उन्हें लगता है कि इस तरह से शांति मिलेगी तो हम बड़े बंगले में रहने के लिए राजनीति में नहीं आए हैं. अगर जरूरत पड़ी, तो हम सड़क पर बैठकर भी सरकार चलाएंगे."
बैठक के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पार्टी ने नतीजों की समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि सभी एग्जिट पोल कांग्रेस को जीतते हुए दिखा रहे थे, और पार्टी को भी जीत का भरोसा था. हालांकि, परिणामों ने हैरान कर दिया.
रतन टाटा को उनकी विनम्रता और मानवीय मूल्यों के लिए याद किया जाएगा. वे हमेशा समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशील रहे. उनकी विचारधारा यह थी कि व्यापार केवल मुनाफा कमाने का साधन नहीं, बल्कि समाज के उत्थान का एक माध्यम होना चाहिए.
पवन खेड़ा ने बताया कि मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99% पर थीं, जबकि अन्य मशीनें सामान्यत: 60-70% पर थीं. हमने मांग की है कि इन मशीनों को जांच पूरी होने तक सील कर दिया जाए. हम अगले 48 घंटों में और शिकायतें पेश करेंगे.”