Chandra Barot Passes Away: हिंदी सिनेमा को ‘डॉन’ जैसी कल्ट क्लासिक फिल्म देने वाले मशहूर निर्देशक चंद्र बरोट का 86 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्होंने अपनी आखिरी सांसें 20 जुलाई, 2025 को लीं. यह खबर बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर उन फिल्म प्रेमियों के लिए जो ‘डॉन’ […]
इस घोटाले में YSRCP के सांसद मिथुन रेड्डी का नाम बतौर चौथा आरोपी (A4) सामने आया. राजमपेट लोकसभा सीट से तीन बार के सांसद और YSRCP के फ्लोर लीडर मिथुन इस घोटाले के 'मास्टरमाइंड' में से एक माने जा रहे हैं. SIT का दावा है कि मिथुन ने शराब नीति को तैयार करने और लागू करने में अहम भूमिका निभाई.
जैसे ही लापता बहनों के कोलकाता में होने का पुख्ता सुराग मिला, पुलिस ने 'ऑपरेशन अस्मिता' को एक बड़े पैमाने पर अंजाम देने का फैसला किया. एसीपी के नेतृत्व में चार टीमें तुरंत कोलकाता के लिए रवाना की गईं. लेकिन यह कहानी सिर्फ कोलकाता तक सीमित नहीं थी.
बिहार में कुल अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, हत्या जैसे जघन्य अपराधों में लालू-राबड़ी के दौर के मुकाबले करीब 40% की कमी आई है. लेकिन, हाल के कुछ सालों में चोरी, डकैती और हत्या जैसी घटनाओं में इजाफा जरूर देखा गया है.
शेरू ने चंदन का भरोसा जीतने के लिए एक चाल चली. जब चंदन जेल से बाहर आया तो शेरू ने उसे वीडियो कॉल किया और कहा, "का बाबा तू बड़ी घूम' तार' पटना हम ना घूमेम, हम अंदरे रहेम?"
ज्योति का सुसाइड नोट इस पूरी घटना का सबसे अहम हिस्सा है. इसमें उन्होंने साफ तौर पर महेंद्र सर और शैरी मैम को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था. ज्योति ने लिखा कि इन शिक्षकों ने उन्हें लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. छात्रों के अनुसार, ज्योति पर एक फाइल पर फर्जी हस्ताक्षर करने का दवाब डाला गया था.
इससे पहले खासकर 2019 में पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव चरम पर पहुंचा था. तब भारत ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी, और जवाब में पाकिस्तान ने भी हवाई कार्रवाई की कोशिश की थी. उस दौरान भारत ने एक पाकिस्तानी F-16 जेट को मार गिराया था.
भले ही आज राज ठाकरे की मनसे कमजोर दिख रही हो, लेकिन उनकी मराठी अस्मिता की राजनीति अभी भी कुछ इलाकों में असर रखती है. फडणवीस सरकार शायद नहीं चाहती कि राज ठाकरे को और उकसाकर इस मुद्दे को और बड़ा किया जाए, खासकर तब जब उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) भी इस मुद्दे पर उनके साथ खड़ी है.
पेट्रोलियम मंत्री ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर तेल की कीमतें काबू में रखनी हैं, तो दुनिया को 10% कम तेल का इस्तेमाल करना होगा, जो संभव नहीं है. या फिर बाकी 90% सप्लायर से ज़्यादा तेल खरीदना पड़ेगा, जिससे कीमतें बहुत बढ़ जाएंगी.
कहानी में ट्विस्ट तब आया जब पत्नी ने फैमिली कोर्ट के इस फैसले को बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दे दी. उनकी मांग थी कि उन्हें हर महीने 1 लाख रुपये का गुजारा भत्ता मिलना चाहिए. पत्नी ने तो यहां तक कहा कि ससुराल वालों ने उन्हें परेशान किया, लेकिन फिर भी वो अपने पति से प्यार करती हैं और तलाक नहीं चाहतीं.