यह जानकारी एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सामने आई. गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि देश में आखिरी बार जनगणना 2011 में हुई थी, और अब इसे जल्द ही पूरा किया जाएगा.
दिल्ली की राजनीति में बीजेपी और कांग्रेस पहले से ही आतिशी के खिलाफ नैरेटिव गढ़ने की कोशिश में जुटे हैं. बीजेपी ने पहले ही बांसुरी स्वराज को दिल्ली में राजनीतिक मोर्चे पर उतारा है. बांसुरी स्वराज, सुषमा स्वराज की बेटी हैं, और उनके राजनीति में आने से दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आया है. हालांकि, आतिशी को टारगेट करना विपक्ष के लिए उतना आसान नहीं होगा, क्योंकि वह एक मजबूत महिला नेता के रूप में उभर रही हैं.
2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले, आम आदमी पार्टी ने सिंबल पॉलिटिक्स की शुरुआत की थी. पार्टी ने अपने पोस्टरों में भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीरें दिखाई. इसका उद्देश्य था भगत सिंह के समर्थकों और अंबेडकर के अनुयायियों को एक साथ जोड़ना.
इससे पहले, डॉक्टरों ने बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग की मांग की थी, जिसे राज्य सरकार ने खारिज कर दिया था. इस कारण पिछले प्रयास विफल रहे थे. बाद में प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने अपनी मांग में थोड़ी नरमी लाते हुए केवल बैठक की बातचीत और उसकी हस्ताक्षरित प्रति प्रदान करने की मांग की.
तेजी से विकसित हो रहा बिजनेस हब गुरुग्राम बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. इस शहर ने हाल ही में 2,600 करोड़ रुपये का एक्साइज रेवेन्यू उत्पन्न किया है, जो हरियाणा के कुल राजस्व का एक बड़ा हिस्सा है. बीजेपी की हार की स्थिति में इस क्षेत्र का नुकसान पार्टी के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है.
कांग्रेस की मुश्किलें इस समय दोहरी हैं. एक ओर पार्टी अपने अस्तित्व की लड़ाई दिल्ली में लड़ रही है, वहीं दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता ने उसे गोवा, गुजरात, पंजाब जैसे राज्यों में भी कड़ी टक्कर दी है.
उन्होंने कहा, "आज पाक अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान में भारत से जुड़ने की मांग उठ रही है. पाकिस्तान की मौजूदगी मानवता के लिए खतरा बनी हुई है. इसका इलाज समय रहते करना होगा और इसके लिए दुनियाभर की ताकतों को मिलकर काम करना होगा."
गडकरी ने कहा, "सिस्टम में कई ऐसे लोग हैं जो सड़कों पर गड्ढा भरने जैसे छोटे काम के लिए भी आदेश का इंतजार करते हैं. अगर काम करने की भावना को सही से नहीं समझा जाएगा, तो नियमों का पालन करने का क्या मतलब है?"
इस संभावित मुलाकात से पहले अरविंद केजरीवाल के निवास पर आज आम आदमी पार्टी (AAP) की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक हुई. इस बैठक में पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद रहे.
हरियाणा में कांग्रेस को सरकार बनाने की उम्मीद है, लेकिन नेताओं के बीच इस आपसी खींचतान से पार्टी को नुकसान हो सकता है. खासकर तब, जब पार्टी को एकजुट होकर चुनाव लड़ने की जरूरत है. वहीं, बीजेपी में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर अनबन देखने को मिल रही है.