ईरान में सत्ता परिवर्तन कराना अमेरिका का एक पुराना एजेंडा रहा है, जिसकी मुख्य वजहें ईरान का परमाणु कार्यक्रम, मध्य पूर्व में उसका बढ़ता क्षेत्रीय प्रभाव और मानवाधिकारों की स्थिति हैं. अमेरिका इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए आमतौर पर आर्थिक प्रतिबंधों को मुख्य हथियार बनाता है, ताकि ईरान की अर्थव्यवस्था कमजोर हो और जनता में असंतोष बढ़े.
इस बार 21 जून को एक खास संयोग भी बन रहा है. ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य और चंद्रमा के बीच 'मुष्का-सुषमा योग' बन रहा है, जो कृषि और ऊर्जा के संतुलन के लिए बेहद शुभ माना जाता है. इससे किसानों को भी फायदा होने की उम्मीद है.
इन सारे विवादों को खत्म करने और यात्रा को और आसान बनाने के लिए, 15 अगस्त 2025 से एक बिल्कुल नया FASTag-आधारित पास सिस्टम लॉन्च होने जा रहा है. ये पास निजी वाहन मालिकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा.
बरमूडा ट्रायंगल को लेकर अनगिनत कहानियां हैं. कई दावे भी किए जाते हैं. कुछ लोग इसे अलौकिक शक्तियों का परिणाम मानते हैं, जो जहाज़ों और विमानों को अपनी ओर खींच लेती हैं. वहीं, कुछ ऐसे भी हैं जो इसे समुद्री तूफानों, गैस विस्फोटों या इंसानी गलतियों का नतीजा मानते हैं.
जांच में सामने आया कि निहाल की मंगेतर गुलअफ्शां पहले से ही सद्दाम नाम के एक युवक से प्यार करती थी. गुलअफ्शां ने इस बात को छिपाकर निहाल से सगाई तो कर ली थी, लेकिन जैसे-जैसे शादी की तारीख नज़दीक आती गई, गुलअफ्शां और सद्दाम के बीच फिर से संपर्क बढ़ा.
मारिया पहले से ही जेरोम मैथ्यू नाम के एक आर्मी ऑफिसर से रिलेशनशिप में थीं और उनकी सगाई भी होने वाली थी. यह बात उन्होंने नीरज से छिपाए रखी. कुछ समय तक नीरज के साथ लिव-इन में रहने के बाद, मारिया को लगा कि नीरज उनकी मदद नहीं कर पा रहा है, इसलिए उन्होंने अलग घर में शिफ्ट होने का फैसला किया.
कहते हैं ना, इंसानियत अभी ज़िंदा है. पड़ोसियों को महिला पर हो रहे अत्याचार का पता चला तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. 15 जून को महिला का भाई उसके ससुराल आया और उसे अस्पताल पहुंचाया. महिला की हालत गंभीर है और उसका इलाज चल रहा है.
पीएम मोदी का साइप्रस दौरा सिर्फ एक साधारण यात्रा नहीं थी, बल्कि भारत की एक बहुत ही स्मार्ट कूटनीतिक चाल थी. यह परोक्ष रूप से तुर्की के क्षेत्रीय प्रभाव को चुनौती दे रही है, खासकर तुर्की-पाकिस्तान की धुरी को देखते हुए. यह दिखाता है कि भारत अब सिर्फ बातें नहीं कर रहा, बल्कि जमीनी स्तर पर भी अपनी ताकत बढ़ा रहा है.
इजरायल को अपनी रक्षा का हक G7 देशों, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका ने अपने साझा बयान में दिल खोलकर इजरायल के साथ खड़े होने की बात कही. उन्होंने साफ कहा कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है.
शुरुआत में संघर्ष था. देवी सिंह को इस नए व्यवसाय में काफ़ी नुकसान हुआ. एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें अपनी पैतृक संपत्ति बेचनी पड़ी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. 35 लाख रुपये से उन्होंने फिर से प्लाईवुड का काम शुरू किया और इस बार किस्मत ने उनका साथ दिया. धीरे-धीरे उनका कारोबार रफ्तार पकड़ने लगा.