मामले की सुनवाई मऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. कृष्ण प्रताप सिंह की बेंच में हुई. कई बार सुनवाई टलने के बाद 28 मई को बहस पूरी नहीं हो सकी थी, जिसके बाद कोर्ट ने 31 मई की तारीख तय की. आज कोर्ट ने अब्बास को दोषी ठहराया.
वनंतरा रिसॉर्ट का मालिक और एक पूर्व बीजेपी नेता के बेटे पुलकित आर्या ने दावा किया था कि अंकिता की मौत एक हादसा थी. उसने कहा कि अंकिता रात 9 बजे चीला नहर में गिर गई थी और उसने उसे बचाने की कोशिश की. लेकिन जांच में उसकी कहानी झूठी निकली.
इससे पहले निचली अदालत में भी यह मामला पहुंचा था. वहां NHAI की ओर से एक संशोधन याचिका दाखिल की गई थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया. वक्फ की ओर से इसके खिलाफ पुनरीक्षण याचिका दायर की गई, लेकिन उसे भी खारिज कर दिया गया. आखिरकार, हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि यह जमीन NHAI की है और वक्फ का दावा पूरी तरह से हवा-हवाई है.
भारत की इस रफ्तार ने न सिर्फ पड़ोसी देश चीन को परेशान किया है, बल्कि अमेरिका और IMF जैसे बड़े खिलाड़ियों को भी सोच में डाल दिया है. जहां चीन की ग्रोथ मार्च तिमाही में सिर्फ 5.4% रही, वहीं भारत ने 7.4% की रफ्तार पकड़ी.
मेघा के भाषण के दौरान कई छात्रों ने 'फ्री फिलिस्तीन' के नारे लगाए, लेकिन कुछ खामोश रहे. MIT ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. मेघा ने यह भी बताया कि MIT के अंडरग्रैजुएट और ग्रैजुएट स्टूडेंट यूनियन ने इजरायल के साथ संबंध तोड़ने के पक्ष में वोट किया था, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को धमकियां दीं.
सवर्ण आयोग के जरिए नीतीश बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लगाना चाहते हैं. अगर अगड़ी जातियां यह महसूस करेंगी कि उनकी बात सुनी जा रही है, तो वे जेडीयू की ओर झुक सकती हैं. इसके इतर नीतीश ने EBC, OBC, और अल्पसंख्यकों को पहले ही साध रखा है.
नीट पीजी 2025 की एग्जाम सिटी स्लिप 2 जून को जारी होगी. लेकिन ध्यान दें, यह स्लिप वेबसाइट पर नहीं मिलेगी. NBE इसे आपके रजिस्टर्ड ईमेल पर भेजेगा, जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं. वहीं, एडमिट कार्ड परीक्षा से चार दिन पहले यानी 11 जून के आसपास आएगा.
होप का विकेट गिरते ही वेस्टइंडीज की उम्मीदें चकनाचूर हो गईं. साकिब महमूद और जेमी ओवरटन ने तीन-तीन विकेट चटकाए, और कैरेबियाई टीम सिर्फ 26.2 ओवर में 162 रनों पर ढेर हो गई.
हाई कोर्ट में ममता ने खुद अपनी पैरवी की और ऑटोप्सी रिपोर्ट पर सवाल उठाए. केमिस्ट्री प्रोफेसर होने के नाते ममता ने दावा किया कि बिजली और थर्मल से जलने के निशान में फर्क बताना बिना केमिकल टेस्ट के मुमकिन नहीं.
मारे गए आतंकियों में तीन की पहचान जरनोश नसीम, जिब्रान नसीम और उल्फत के रूप में हुई है. चौथे आतंकी का नाम अभी पता नहीं चल सका. पुलिस के मुताबिक, ये सभी पाकिस्तान तालिबान (TTP) के सदस्य थे, जो लंबे वक्त से पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ आतंकी हमले कर रहे हैं.