राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर

दिल्लीवालों का ‘शराब प्रेम’, हर दिन गटकीं लाखों बोतलें! एक साल में सरकार ने की 7,766 करोड़ की कमाई

यह कमाई सिर्फ़ फरवरी 2025 तक के आंकड़ों पर आधारित है, यानी अंतिम आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता है. दिल्ली सरकार के चार निगमों ने 700 से ज्यादा शराब की दुकानों से यह कमाल कर दिखाया.

Supreme Court

विरोध, मांग और संविधान…वक्फ कानून पर Supreme Court में सुनवाई क्यों? समझिए सबकुछ

सुप्रीम कोर्ट में यह सुनवाई इसलिए अहम है क्योंकि याचिकाकर्ताओं को साबित करना होगा कि यह कानून संविधान की बुनियाद को कमजोर करता है. अगर वे यह साबित कर देते हैं, तो सुप्रीम कोर्ट कानून पर रोक लगा सकता है या उसे पूरी तरह रद्द कर सकता है. कोर्ट यह भी देखेगा कि क्या यह कानून वाकई किसी के मौलिक अधिकारों का हनन करता है.

Nashik Dargah

रात में उड़ी अफवाह और भीड़ ने किया पथराव…सुबह नासिक दरगाह पर निगम का बुलडोजर एक्शन

गर निगम ने कोर्ट के आदेश पर 1 अप्रैल को दरगाह को नोटिस भेजा था, जिसमें अवैध निर्माण हटाने को कहा गया था. दरगाह कमेटी का दावा है कि यह ऐतिहासिक स्थल है, जबकि सकल हिंदू समाज इसे हटाकर वहां हनुमान मंदिर बनाने की मांग कर रहा है.

National Herald Case

नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल का नाम, ED ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट

25 अप्रैल को होने वाली सुनवाई में कोर्ट यह तय करेगा कि आरोपों पर आगे की कार्रवाई कैसे होगी. इस मामले ने एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. जहां बीजेपी इसे भ्रष्टाचार का सबूत बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे सियासी साजिश करार दे रही है.

Mahagathbandhan

70 सीटों की होड़, पटना से दिल्ली तक तोड़-जोड़…इस बार ‘छोटे भाई’ की भूमिका के लिए तैयार नहीं कांग्रेस,’लालू के लाल’ की कठिन परीक्षा!

RJD अपनी पारंपरिक रणनीति पर कायम है, जिसमें यादव और मुस्लिम वोट बैंक (MY समीकरण) के साथ-साथ अन्य पिछड़ा वर्ग और दलित समुदायों को जोड़ने की कोशिश शामिल है. तेजस्वी यादव ने हाल ही में तेली और नाई जैसे छोटे समुदायों को साधने के लिए रैलियां की हैं, ताकि 2020 में मिले 37.23% वोट शेयर को बढ़ाया जा सके.

Bengal Violence

यूपी, बिहार, महाराष्ट्र के मुसलमान शांत, फिर बंगाल में बवाल क्यों? जानिए क्या है पूरा माजरा

बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं, और वक्फ कानून का मुद्दा वोट बैंक की रोटी सेंकने का मौका बन गया. ममता बनर्जी ने कहा कि वह बंगाल में इस कानून को लागू नहीं होने देंगी. दूसरी ओर, बीजेपी का दावा है कि टीएमसी ने जानबूझकर तनाव को बढ़ाया. खुफिया सूत्रों की मानें, तो इस हिंसा में 2019 के सीएए विरोध की तरह सोशल मीडिया टूलकिट्स का इस्तेमाल हुआ.

Aligarh Love Story

गुजरात, उत्तराखंड, बिहार या बंगाल…कहां चले गए अलीगढ़ से भागे सास-दामाद? पुलिस के छूटे पसीने!

इस कहानी में एक और चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब पता चला कि राहुल का ये पहला “भागने” वाला कारनामा नहीं है. पिछले साल भी वो अपने गांव की एक दूसरी महिला के साथ फरार हो गया था. पुलिस अब राहुल के दोस्तों और जीजा योगेश से भी पूछताछ कर रही है, जिसने ये रिश्ता तय करवाया था.

MS Dhoni

धोनी का धमाकेदार कमबैक, 6 साल बाद मिला मैन ऑफ द मैच, बोले- मुझे नहीं, उसे दो

अवॉर्ड लेने के दौरान धोनी का मजेदार अंदाज देखने को मिला. प्रेजेंटर मुरली कार्तिक ने जब उन्हें बुलाया, तो धोनी हंसते हुए बोले, "मैं सोच रहा था, मुझे क्यों दे रहे हो? कई और खिलाड़ियों ने अच्छा खेला, नूर अहमद को दे देते."

Pashupati Kumar Paras

पशुपति पारस ने NDA से तोड़ा नाता, क्या चुनाव से पहले जाएंगे ‘इंडी ब्लॉक’ के साथ?

पारस ने साफ किया कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 सीटों पर लड़ने के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रही है. गांव-गांव जाकर संगठन को मजबूत करने का प्लान तैयार है. लेकिन गठबंधन का दरवाजा भी पूरी तरह बंद नहीं है.

Bihar Politics

7 महीने, 4 नई पार्टियां…बिहार विधानसभा चुनाव से पहले संयोग या सियासी प्रयोग?

बिहार की सियासत में अचानक नई पार्टियों की बाढ़-सी आ गई है. अक्टूबर 2024 से अप्रैल 2025 के बीच चार नए दल अस्तित्व में आए हैं, और हर दल अपने-अपने तरीके से बिहार की जनता का दिल जीतने की जुगत में है.

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