उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शिया समुदाय ने भी इस कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. जुमे की नमाज के बाद इमामबाड़े में शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद की अगुवाई में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर 'वक्फ संशोधन रद्द करो' जैसे नारे लिखे थे.
विराट का अपना ब्रांड One8 अब Agilitas के साथ मिलकर और बड़ा होने जा रहा है. यह कंपनी One8 को भारत और विदेशों में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी. यानी, जल्द ही आपको One8 के स्टाइलिश स्पोर्ट्स कपड़े और जूते हर जगह दिख सकते हैं.
कांग्रेस ने बिहार में बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों को लेकर नीतीश सरकार को घेरने के लिए यह पदयात्रा शुरू की थी. 16 मार्च को पश्चिम चंपारण के भितिहरवा आश्रम से शुरू हुआ यह सियासी सफर बिहार के तमाम जिलों से गुजरता हुआ पटना पहुंचा. प्लान था कि कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव करेंगे, लेकिन डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. बस, यहीं से शुरू हुआ हंगामा.
अब एनआईए राणा से गहन पूछताछ करेगी. माना जा रहा है कि इस पूछताछ में मुंबई हमले से जुड़े कई अनसुलझे सवालों के जवाब मिल सकते हैं. क्या राणा पाकिस्तान की साजिश के और सबूत देगा? इस हमले के पीछे और कौन-कौन शामिल था? ये सवाल हर भारतीय के मन में हैं.
पीके की साफ-सुथरी छवि और विकास की बातें शहरी और युवा वोटरों को पसंद आ रही हैं. उनकी रैलियों में भीड़ इसका सबूत है. अगर पीके मुस्लिम और अति पिछड़ा वोटों को अपनी ओर खींच लेते हैं, तो RJD और JDU को बड़ा नुकसान हो सकता है. खासकर सीमांचल में, जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है, वे AIMIM के वोट भी काट सकते हैं.
राउत यहीं नहीं रुके. उन्होंने आर्थिक भगोड़ों नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को भारत लाने की मांग भी उठाई. साथ ही, पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की रिहाई का मुद्दा भी छेड़ दिया. जाधव को 2016 में पाकिस्तान ने कथित जासूसी के आरोप में पकड़ा था और मौत की सजा सुनाई थी.
NIA ने पूछताछ के लिए कड़े इंतजाम किए हैं. राणा को NIA मुख्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर बने एक खास लॉकअप में रखा गया है. इस लॉकअप में दो CCTV कैमरे लगे हैं, जो 24 घंटे उनकी निगरानी कर रहे हैं. उनके खाने-पीने का इंतजाम भी यहीं किया गया है.
मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी ताकत दिखाई है. राणा का भारत आना न सिर्फ 26/11 के पीड़ितों के लिए इंसाफ की उम्मीद है, बल्कि ये भी दिखाता है कि मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ कितनी सख्त है. चाहे पुलवामा हो या उरी, मोदी ने हमेशा दो टूक कहा, "आतंकवाद बर्दाश्त नहीं!"
पिछले साल 2024 में रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हिंसा हुई थी. खास तौर पर 17 अप्रैल 2024 को मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर में रामनवमी शोभायात्रा पर हमला हुआ था, जिसमें बम फेंके गए और पत्थरबाजी की गई. इस घटना में 20 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मामला पेरुम्बावूर के अराक्कापदी इलाके में स्थित एक सेल्स कंपनी में हुई. इस कंपनी में हाल के तीन महीनों से कोई पुरुष कर्मचारी नहीं था, केवल महिला कर्मचारी ही काम कर रही थीं.