एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने इस बिल पर सस्पेंस बढ़ा दिया है. केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए ढेर सारा काम किया है. हमें विपक्ष के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं. संसद में हमारा रुख साफ होगा."
28 मार्च को हुई सुनवाई में कोर्ट ने बजिंदर सिंह को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 बलात्कार के तहत दोषी ठहराया. इसके बाद सजा के ऐलान के लिए 1 अप्रैल की तारीख तय की गई थी. मंगलवार को कोर्ट ने अपना अंतिम फैसला सुनाते हुए कहा कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए उम्रकैद की सजा उचित है.
23 साल की उम्र में रवींद्र रॉ में शामिल हो गए. दो साल तक उन्हें ट्रेनिंग दी गई. जासूसी के सारे फंडे, उर्दू की क्लास, और यहां तक कि खतना भी करवा दिया ताकि वो "पक्का मुसलमान" लगने लगे. फिर नवंबर 1975 की एक काली रात को उन्हें पाकिस्तान में ड्रॉप कर दिया गया. नाम रखा गया "नबी अहमद शाकिर"
राज ठाकरे ने सवाल किया कि क्या आपको विक्की कौशल की वजह से संभाजी महाराज के बलिदान और अक्षय खन्ना की वजह से औरंगजेब के बारे में पता चला? ठाकरे ने लोगों से उकसावे में नहीं आने और विचलित नहीं होने की अपील की. उन्होंने कहा कि शिवाजी से पहले और उनके बाद के समय में सामाजिक-राजनीतिक स्थितियां बहुत अलग थीं. लेकिन आज औरंगजेब के चक्कर में हम मौजूदा समय के वास्तविक मुद्दों को भूल गए हैं.
ईद की नमाज के बाद चिश्ती ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड को लेकर कुछ लोग गलतफहमियां फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि विरोध करना लोकतंत्र का हिस्सा है. अगर कोई शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से अपनी बात रखता है, तो इसमें कोई परेशानी नहीं. लेकिन वक्फ संशोधन जरूरी है.
इस मामले में राजकुमार चौबे ने शिकायत दर्ज कराई है. राजकुमार ने बताया कि वो अपने दोस्त सुजीत बोस के घर गुड़ी पड़वा का जश्न मनाने गए थे. रास्ते में कुछ दोस्त और जुड़ गए, हाथ में भगवा झंडा था, और दिल में उत्साह. लेकिन मलाड ईस्ट की गलियों में पहुंचते ही मुसीबत ने दस्तक दी.
नूंह में जहां सड़कों पर खून और टूटे हुए चप्पल बिखरे पड़े थे, वहीं सिवालखास में गोलियों की आवाज ने बच्चों तक को डरा दिया. सोशल मीडिया पर लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं, कोई इसे 'ईद का जश्न' कहकर मजे ले रहा है तो कोई गुस्से में सरकार और पुलिस को कोस रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीमांचल में बाढ़ राहत, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों पर काम करके अपनी पकड़ मजबूत की है. पिछले दिनों JDU ने 'अंबेडकर रथ' और 'अल्पसंख्यक विकास रथ' जैसे अभियानों के जरिए दलित और मुस्लिम वोटरों को साधने की कोशिश शुरू की थी.
तेजस्वी यादव को यह चुनावी परिणाम एक सियासी आईना दिखा गया है. जब वह खुद को युवाओं का सबसे बड़ा समर्थक और प्रतिनिधि कहते हैं, तो अब उन्हें यह समझना होगा कि युवाओं की उम्मीदों को पूरा करने के लिए केवल वादे ही काफी नहीं होते, बल्कि जमीन पर उन वादों को लागू करना भी बेहद ज़रूरी है.
बीजेपी के फायरब्रांड नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा, " ईद-उल-फ़ितर की हार्दिक बधाई! चारों ओर शांति और समृद्धि हो. दया और भाईचारे के गुण हमेशा कायम रहे."