होली के दिन जज के आवास पर आग लगने की खबर आई. मौके पर फायर फायटर्स को भेजा गया. इस दौरान आग बुझाने वाली टीम ने जस्टिस के स्टोर रूम में नोटों की गड्डियां देखीं, जो आग की चपेट में आकर जल गई थीं. इसके बाद भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने जस्टिस वर्मा के खिलाफ एक आंतरिक जांच कमेटी गठित की.
स्थानीय लोगों ने सीढ़ी लगाकर उनकी मदद की, लेकिन कूदते समय एक छात्रा गिर गई. सौभाग्य से, उसे कोई गंभीर चोट नहीं आई और वह सुरक्षित बच निकली. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन गुप्ता ने कहा, "क्या केवल बीजेपी और आरएसएस समर्थक ही धार्मिक हो सकते हैं और बाकी सभी लोग अछूत माने जाएंगे?" उन्होंने इस कृत्य को भगवान परशुराम के वंशजों का अपमान बताया.
अब, नीतीश कुमार की सरकार इस पैसे को वापस लाने की कोशिश कर रही है. सरकार का लक्ष्य साफ है. 950 करोड़ रुपये वसूलने के लिए एक बड़ी आर्थिक लड़ाई लड़ी जा रही है. इसके लिए सरकार ने सीबीआई और इंकम टैक्स से मदद ली है, ताकि यह रकम वापस लाई जा सके.
सुनवाई के दौरान जब याचिकाकर्ता के वकील ने यह दावा किया कि उनके मुवक्किल को झूठे आरोपों में फंसाया गया है, तो जस्टिस सूर्यकांत ने मजाकिया अंदाज में कहा, “आपने तो गुंडों को किराए पर लिया है, एक हेलमेट पहने हुए, दूसरा टोपी लगाए बाइक पर… और अब आप फंस गए हैं क्योंकि आपके खिलाफ साक्ष्य हैं.”
पुलिस के अनुसार, गौरी के शरीर पर 8 से 10 चाकू के घाव मिले हैं, जो इस बात को स्पष्ट करते हैं कि हत्या बेहद क्रूर तरीके से की गई थी. पुलिस ने बताया कि महिला का शव सूटकेस में मिलने से पूरा मामला और भी रहस्यमय बन गया.
आगरा पुलिस ने इस हमले पर एफआईआर दर्ज की है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी भीड़ को काबू करने का प्रयास करते हुए नजर आ रहे हैं, जबकि हमलावरों ने शहर के पॉश इलाके में उत्पात मचाया. इस घटना के एक दिन बाद सपा ने प्रदेश में ईद के बाद बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने की घोषणा की है.
यात्रा के दौरान रुकने के लिए ये 10 होल्डिंग स्थान तैयार किए गए हैं, जहां आपको आराम से हर सुविधा मिलेगी. हरिद्वार, ऋषिकेश, ब्यासी, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग, हरबटपुर, विकासनगर, बड़कोट और भटवाड़ी में आप रुक सकते हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि हम समाजवादी लोग हैं, हमें नेताजी ने जो रास्ता दिखाया, उस रास्ते पे चल रहे हैं. जनेश्वर मिश्र हम लोगों को जो सिखा के गए हैं, उसी के अनुसार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग नफरत की दुर्गंध हैं. मैं कन्नौज के सुगंध वाले लोगों से कहूंगा कि ये दुर्गंध को हटाएं. अभी तो थोड़ी हटाई है अगली बार पूरी तरह स हटा दो.
बीजेपी को इस किट वितरण से फायदा होगा या नहीं, यह तो चुनावी नतीजे ही तय करेंगे, लेकिन एक बात तय है कि यह अभियान राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा का विषय बन गया है. कुछ लोग इसे बीजेपी की सच्ची प्रतिबद्धता मान रहे हैं, जबकि दूसरे इसे केवल चुनावी प्रचार का हिस्सा मान रहे हैं.