ग्वादर जिले में हमलावरों ने नाकेबंदी के दौरान पांच पंजाबी नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी. इन नागरिकों को पहचानने के बाद उनके गाड़ियों से बाहर खींचकर मौत के घाट उतार दिया गया.
सीएसपी रोबिन जैन ने बताया कि तारागंज इलाके का रहने वाला अनिल पाल घर के नीचे स्टेशनरी की दुकान चलाता है. साल 2016 में अनिल पाल ने टेकनपुर निवासी रजनी पाल से शादी की थी. शादी के बाद उनके दो बेटी और एक बेटा हुआ. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. इस बीच पत्नी आए दिन उससे विवाद कर मायके जाने लगी.
मेरठ पुलिस ने यह निर्णय लिया है कि ईद की नमाज सिर्फ तय स्थानों जैसे मस्जिदों और फैज ए आम इंटर कॉलेज में अदा की जाएगी. इसके साथ ही, ईदगाह के आसपास की सड़कों पर नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं होगी.
सलमान खान और बिश्नोई गैंग की दुश्मनी की जड़ 1998 के काले हिरण शिकार मामले है. सलमान पर आरोप था कि उन्होंने फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ के दौरान काले हिरण का शिकार किया था, जिसे बिश्नोई समुदाय पवित्र मानता है. इसके बाद बिश्नोई गैंग सलमान के पीछे पड़ा और धमकियां देने लगा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 और 30 मार्च को गोपालगंज में सहकारिता मंत्रालय की बैठक में शामिल होने वाले हैं. इस यात्रा में वह एनडीए के सभी साझेदारों के साथ चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे. इस बैठक का उद्देश्य गठबंधन की साझा रणनीति को लागू करना है.
जिन कंपनियों ने भारतीय बाजार में कैब सर्विस का वर्चस्व बना रखा है, वे अब एक बड़े खतरे का सामना करने वाली हैं. ग्राहकों की शिकायतें जैसे बढ़े हुए किराए, सर्ज प्राइसिंग और ड्राइवरों के साथ अनुचित व्यवहार अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. वहीं, सरकार की नई सेवा इन सभी मुद्दों पर सीधे काम करेगी.
वीडियो के वायरल होने के बाद मामला पूरी तरह से सार्वजनिक हो गया. पुलिस ने तुरंत इस पर संज्ञान लिया और जांच शुरू कर दी. वीडियो में दिख रहा था कि स्वीटी बूरा ने दीपक का गला दबाया था, और परिवार के सदस्य और पुलिस के लोग बीच-बचाव के लिए आगे आए. बाद में पुलिस ने स्वीटी बूरा, उनके पिता महेंद्र और मामा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. अब यह मामला कानूनी दांव-पेच और पुलिस की जांच के घेरे में है.
कहानी की शुरुआत 5 मार्च 2025 से होती है, जब दिलीप और प्रगति की शादी हुई थी. लेकिन प्रगति का दिल किसी और के लिए धड़कता था. वह अपने प्रेमी अनुराग से बहुत प्यार करती थी, और शादी के बावजूद वह अनुराग के साथ अपना भविष्य चाहती थी.
इस कैंपेन के तहत, पार्टी बिहार के 32 लाख गरीब मुसलमानों तक पहुंचेगी और उन्हें ईद के मौके पर एक ‘सौगात’ यानी उपहार देने का वादा कर रही है. जी हां, बीजेपी के 32 हजार पदाधिकारी 32 हजार मस्जिदों में जाकर ये ‘सौगात-ए-मोदी’ देंगे.
यह कहानी है 24 साल की एक लड़की की, जिसने पिछले एक साल से हो रहे अत्याचारों से तंग आकर एक दिन अपने सौतेले पिता के खिलाफ एक ऐसा कदम उठाया, जो शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी.