बैठक की शुरुआत में संघ ने एक बहुत ही खास विषय पर चर्चा की, जो भारतीय संस्कृति और धार्मिक एकता से जुड़ा था — प्रयागराज महाकुंभ. संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह मुकंद सीआर ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार की सराहना की.
वैसे तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा अपने विकास और सुधार के कामों के लिए पहचाने जाते रहे हैं, लेकिन अब कुछ अलग ही अंदाज में चर्चा में हैं. हाल ही में उनकी कुछ ऐसी 'हरकतें' हुईं, जिनसे उनका व्यक्तित्व नया मोड़ लेता हुआ दिखा और अब उनका हर एक कदम मीडिया की सुर्खियों में है.
अब आप सोच रहे होंगे कि ये सब कैसे मुमकिन हो रहा है? हल्द्वानी जेल प्रशासन हर महीने 35 लाख रुपये पर खर्च करता है ताकि इन कैदियों को सही खानपान मिल सके. हर कैदी पर प्रतिदिन 110 रुपये खर्च किए जाते हैं.
हिडमा की खोज के लिए सुरक्षा बलों ने 125 से ज्यादा गांवों की टेक्निकल मैपिंग शुरू कर दी है, ताकि हर इलाके और रास्ते की सटीक जानकारी मिल सके. इन गांवों की मैपिंग में थर्मल इमेजिंग तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, जिससे सुरक्षाबलों को छिपे हुए नक्सलियों की पहचान करने में मदद मिल रही है.
X ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने I4C (Indian Cybercrime Coordination Centre) द्वारा बनाए गए सहयोग पोर्टल (Sahyog Portal) पर अपने एक कर्मचारी को तैनात करने के आदेश दिए हैं, लेकिन यह आदेश कानूनी रूप से उचित नहीं हैं.
Bihar Politics: बिहार विधान परिषद में एक बार फिर राजनीतिक तीरों की बौछार हुई. इस बार के अखाड़े में दो दिग्गज खिलाड़ी थे. एक तरफ थे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, और दूसरी तरफ थीं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी. दोनों के बीच इस बार का विवाद न सिर्फ राजनीति की हवा को गरमाने […]
सुरक्षाबल अब नक्सलियों की जगह-जगह नाकेबंदी कर रहे हैं, और जंगलों में गश्त बढ़ा दी है. इसके अलावा, अब हवा से भी नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. ड्रोन और हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल भी किया जा रहा है, जिससे नक्सलियों के छिपने के ठिकानों का पता चलता है.
2012 में बदर की दोस्ती यूसुफ के परिवार से हुई. यूसुफ की बेटी मफज से बदर का करीबी संपर्क बढ़ा. मफज बदर के कामों को ट्रांसलेट करती थी और दोनों के बीच धीरे-धीरे दोस्ती का रिश्ता मजबूत हुआ. बदर ने 2014 में मफज से शादी के लिए प्रस्ताव दिया, लेकिन शुरुआत में यूसुफ ने इसे ठुकरा दिया.
दोनों भांजों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे पर गोली चला दी. विकल यादव की मौके पर ही मौत हो गई, और जयजीत यादव को गंभीर चोटें आईं. इस गोलीबारी में नित्यानंद राय की बहन भी घायल हुईं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
16 मार्च को धनालाल को एक कमरे में बुलाया गया, जहां उसे चोट पहुंचाई गई और बाद में उसकी हत्या कर दी गई. पहचान छिपाने के लिए शव को बोरे में लपेटकर, दोनों आरोपियों ने रिंग रोड के पास जलाने की कोशिश की.