राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Maha Kumbh 2025

क्या लालू और ममता के बहकावे में आ गए राहुल गांधी? महाकुंभ से परहेज कांग्रेस को पड़ सकता है भारी!

राहुल गांधी का महाकुंभ से अचानक पीछे हटना केवल एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक कदम था. ममता बनर्जी, लालू यादव और अन्य विपक्षी नेताओं के दबाव को देखते हुए, राहुल गांधी ने इस बार महाकुंभ से दूरी बनाना बेहतर समझा. तो, क्या यह एक सही रणनीति थी? क्या राहुल गांधी का यह कदम भविष्य में कांग्रेस को लाभ पहुंचाएगा? ये सवाल अभी के लिए अनसुलझे हैं...

Maha Kumbh 2025

45 दिन, 4 लाख करोड़ का कारोबार…महाकुंभ से उत्तर प्रदेश की ‘छप्पर फाड़’ कमाई!

अर्थव्यवस्था की बात करें, तो महाकुंभ ने उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व में भी ऐतिहासिक वृद्धि की. सरकार ने अनुमान लगाया था कि इस आयोजन से 25,000 से 30,000 करोड़ रुपये का राजस्व होगा.

DK Shivakumar On Maha Kumbh

“आस्था से बड़ा कुछ नहीं…”, महाकुंभ को लेकर ये क्या कह गए डीके शिवकुमार? कांग्रेस को हो सकती है परेशानी!

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने महाकुंभ मेले पर अपने बयान से न केवल पार्टी के भीतर एक नई चर्चा को जन्म दिया, बल्कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भी एक तरह से जवाब दे दिया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

क्या अब हर भारतीय को मिलेगा पेंशन? जानिए यूनिवर्सल पेंशन स्कीम की पूरी कहानी

आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि यूनिवर्सल पेंशन स्कीम कोई नई बात नहीं है. दुनिया के कई विकसित देशों, जैसे कि अमेरिका, कनाडा, रूस, चीन, और यूरोपीय देशों में पहले से ही सामाजिक सुरक्षा प्रणालियां मौजूद हैं, जो पेंशन, हेल्थ सर्विसेज और बेरोजगारी से जुड़ी योजनाओं का लाभ देती हैं.

मोहम्मद कैफ

“मैदान ढकने के लिए कवर नहीं, डकार गए ICC का…”, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर क्यों भड़क गए मोहम्मद कैफ?

रावलपिंडी के मैदान पर मैच के लिए जिन कवर्स का इस्तेमाल किया गया था, वो केवल पिच और 20 गज के घेरे तक सीमित थे, जबकि पूरे मैदान को ढकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए थे. इस कारण मैदान में पानी जमा हो गया और मैच के शुरू होने में काफी देर हो गई.

Nitish Kumar, JP Nadda

ऐसे ही नहीं जेपी नड्डा से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचे नीतीश कुमार, बिहार में सियासी बवंडर की हो गई है शुरुआत!

पीएम मोदी का बिहार दौरा और उसके बाद नीतीश कुमार और जेपी नड्डा की बैठक यह साफ संकेत देती है कि राज्य में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन फिर से मजबूत हो सकता है. साथ ही, कुछ अन्य प्रमुख नेताओं की इसमें भूमिका अहम हो सकती है. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य कई केंद्रीय नेता भी बिहार में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

कोरोना के बाद से ट्रेन के इस कोच में सबसे ज्यादा सफर कर रहे हैं यात्री, रेलवे की हुई है बंपर कमाई

साल 2019 में जब कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिया, तो भारतीय रेलवे में सफर करने की आदतें भी बदल गईं. महामारी के बाद यात्रियों की साफ-सफाई को लेकर संवेदनशीलता बढ़ी और लोग ज्यादा आरामदायक, सुरक्षित और स्वच्छ सफर की ओर रुख करने लगे.

सीएम योगी और माता प्रसाद पांडेय

रावण से लेकर दुर्योधन तक…उत्तर प्रदेश विधानसभा में ‘महाभारत’ क्यों? माता प्रसाद पांडेय के बयान से बवाल

सबसे पहले समाजवादी पार्टी के नेता और विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एक विवादित बयान दिया. पांडेय ने कहा, "कंस भी एक राजा था, जो कृष्ण के जन्म से डरता था, और उसे ये डर था कि कृष्ण के आने के बाद उसकी सत्ता समाप्त हो जाएगी. ठीक वैसे ही कुछ लोग अखिलेश यादव से डरते हैं."

अरविंद केजरीवाल

दिल्ली शराब नीति में खामियां ही खामियां, सरकार को हुआ 2 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान…समझिए CAG रिपोर्ट की पूरी ABCD

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि शराब तस्करी रोकने के लिए विभाग ने उचित कदम नहीं उठाए. आधुनिक तकनीकों, जैसे डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग नहीं किया गया, जिससे तस्करी पर काबू नहीं पाया जा सका. इसके अलावा, 65% जब्त की गई शराब देसी शराब थी, जो दिखाता है कि अवैध शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा था.

Yamuna Cleaning Plan

ऐसे तो बस 3 साल में साफ हो जाएगी यमुना! TERI ने दिल्ली सरकार को दिया एक्शन प्लान

TERI का मानना है कि यदि इस एक्शन प्लान को सही तरीके से लागू किया जाता है, तो यमुना को अगले 3 सालों में उसके प्राकृतिक स्वरूप में वापस लाया जा सकता है. NMCG-TERI के एसोसिएट डायरेक्टर, नुपुर बहादुर ने कहा कि यह काम मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है.

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