असल समस्या यह है कि पाकिस्तान टीम का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा. पाकिस्तान की टीम टूर्नामेंट में हार रही है, और इसका सीधा असर टीम की ब्रांड वैल्यू पर पड़ा है. ब्रांड वैल्यू का मतलब है कि टीम की मार्केटिंग, उसका प्रचार और स्पॉन्सरशिप पर असर.
विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. AAP विधायक इस कदम को अपमानजनक मानते हुए विरोध कर रहे थे. विपक्षी नेता आतिशी ने कहा कि सीएम रेखा गुप्ता के दफ्तर से आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाना संविधान निर्माता और शहीदों का अपमान है.
Weight Loss: आजकल हममें से ज्यादातर लोग फिट रहने के लिए वर्कआउट करते हैं, लेकिन फिर भी वजन कम नहीं हो पाता. अगर आप भी घंटों मेहनत करने के बावजूद अपना वजन घटाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं, तो इसका मतलब ये नहीं कि आप कुछ गलत कर रहे हैं. यहां कुछ कारण […]
यह मामला इसलिए और भी गंभीर हो गया है क्योंकि ट्रंप ने तीन अलग-अलग मौकों पर यह दावा किया है कि भारत को अमेरिका से 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली. हालांकि, एक अन्य रिपोर्ट में यह कहा गया था कि यह फंडिंग बांग्लादेश के लिए थी, न कि भारत के लिए. लेकिन ट्रंप ने इसे लेकर साफ कहा कि दोनों देशों को यह मदद मिली थी.
शशि थरूर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी तरह की ज़िम्मेदारी को लेकर दबाव महसूस नहीं कर रहे. हालांकि, उन्होंने यह जरूर बताया कि केरल में कांग्रेस को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है, जो पार्टी के कार्यकर्ताओं और सहयोगियों के बीच भी महसूस किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन मैंने पार्टी को इस दिशा में सजग किया है. "
पहले, शीला दीक्षित के समय में ये फ्लोर कुछ अलग तरीके से काम करते थे, लेकिन केजरीवाल के आने के बाद इसमें बदलाव हुआ. खासकर मनीष सिसोदिया, जब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री बने, तो उनके पास 18 विभागों की जिम्मेदारी थी, और वे अकेले छठी मंजिल पर काम करने लगे.
कुलदीप सिंह ढालीवाल को पहले कृषि और किसान कल्याण विभाग सौंपा गया था, लेकिन 2023 में हुए कैबिनेट फेरबदल में उन्हें 'प्रशासनिक सुधार विभाग' का जिम्मा दे दिया गया. फिर उन्होंने इस बारे में कुछ सवाल भी उठाए थे. मंत्री ने खुद ही सरकार से पूछा था कि यह विभाग है कहां?
दिल्ली को एक विकसित शहर बनाने के लिए सिर्फ सरकार के इरादे नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाने होंगे. और यह काम रेखा गुप्ता अकेले नहीं कर सकतीं. नागरिकों का भी साथ चाहिए. उन्हें यह समझना होगा कि सफाई से लेकर ट्रैफिक नियमों तक, हर एक पहलू में बदलाव लाना होगा.
पंकज सिंह को मंत्रिपद देना एक बड़ी चुनावी रणनीति का हिस्सा है. पूर्वांचली वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी ने पंकज कुमार सिंह जैसे स्थानीय और समर्पित नेताओं को प्राथमिकता दी है.
रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली का यह नया मंत्रिमंडल अपने अनुभव, शिक्षा और राजनीति में कार्य करने की मजबूत क्षमता के कारण दिल्ली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है.