सीएम ममता ने तंज कसते हुए कहा, "महाकुंभ का सम्मान मैं करती हूं, पवित्र गंगा का भी, लेकिन यहां कोई ठोस योजना नजर नहीं आ रही. कुछ वीआईपी के लिए 1 लाख रुपये तक के कैंप्स हैं, जबकि गरीबों के लिए कोई ध्यान नहीं."
रामलीला मैदान सिर्फ एक मैदान नहीं है, ये दिल्ली के इतिहास और राजनीति का दिल है. यह वो जगह है, जहां से आवाज़ उठी, जहां बदलाव की लहर चली, और जहां से सत्ता की राह बनी.
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, "यह दोहरे मापदंड की राजनीति है. आप खुद तो अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन दूसरों के बच्चों के लिए उर्दू को ज़रूरी बनाना चाहते हैं. क्या यह सही है? आप मौलवी बनाना चाहते हैं, कठमुल्लापन की ओर समाज को ले जाना चाहते हैं."
यमुना की सफाई कोई आम सफाई अभियान नहीं है! ये वो मिशन है, जो 16 फरवरी 2025 को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के निर्देशन में शुरू हुआ. क्या हुआ फिर? खैर, सफाई के नाम पर यमुना में ट्रैश स्कीमर्स, वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट नामक हाई-टेक मशीनें उतारी गईं!
शपथ ग्रहण समारोह से पहले रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश के मशहूर कलाकारों और संगीतकारों का प्रदर्शन होगा. कैलाश खेर जैसे नामी कलाकार अपने सुरों का जादू बिखेरेंगे, वहीं फिल्मी जगत के सितारे मंच पर अपनी मौजूदगी से कार्यक्रम को और भी शानदार बनाएंगे.
इस समय प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है. प्रत्येक दिन एक करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगाने आ रहे हैं. ऐसे में कई श्रद्धालु लंबी दूरी तय कर आ रहे हैं, जिनकी हालत गर्मी और प्यास के कारण बिगड़ने लगती है.
RPF की रिपोर्ट के अनुसार, प्लेटफार्म नंबर 12-13 और 14-15 के यात्रियों ने सीढ़ियों के रास्ते फूट ओवर ब्रिज 2 और 3 पर चढ़ने की कोशिश की, जबकि दूसरी ट्रेन के यात्री सीढ़ियों से उतर रहे थे. इस संकरे रास्ते में यात्रियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई, जिसके परिणामस्वरूप कुछ यात्री गिर गए और भगदड़ मच गई.
खान सर के नेतृत्व में चल रहे इस आंदोलन में कानूनी पहलू भी जुड़ा है. बिहार के छात्र अब पटना हाईकोर्ट से न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं. इस मामले में सुनवाई जारी है, और 28 फरवरी को इस पर फिर से सुनवाई होगी.
यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए है, जिन्हें अपनी आय के कारण खुद का घर बनाने में कठिनाई होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस योजना का लाभ केवल कुछ खास लोगों को ही मिलता है? अगर आप भी इसका फायदा उठाना चाहते हैं, तो आपको इस योजना के पात्रता के बारे में पूरी जानकारी होना चाहिए.
यूट्यूबर्स रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना, अपूर्वा मुखीजा और आशीष चंचलानी को 17 फरवरी को एनसीडब्ल्यू में सुबह 12 बजे पेश होने का समन भेजा गया था. लेकिन किसी भी यूट्यूबर ने व्यक्तिगत रूप से सुनवाई में भाग नहीं लिया.