राकेश कुमार

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राकेश कुमार विस्तार न्यूज़ में वरिष्ठ उप संपादक सह संवाददाता के पद पर हैं. यहां वो डेटा स्टोरीज, एक्सप्लेनर के अलावा इन डेप्थ खबरों पर काम करते हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल कर चुके राकेश को रिसर्च में इंटरेस्ट है. इन्हें राजनीति के अलावा बिजनेस, मनोरंजन और लीगल न्यूज स्टोरीज पर काम करना पसंद है. काम के इतर बात करें, तो राकेश को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है. पूर्व में राकेश सहारा समय नेशनल न्यूज़ चैनल, फीवर FM, APN न्यूज़ और भारत एक्सप्रेस जैसे संस्थानों से जुड़े थे.

Sam Pitroda

कभी ‘चीन प्रेम’ तो कभी ‘रंगभेद’…क्या अब कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गए हैं सैम पित्रोदा? इन 7 मौके पर पार्टी की करा दी किरकिरी

सैम पित्रोदा के हर बयान पर भाजपा ने उन्हें निशाना बनाया है. भाजपा ने कांग्रेस की मानसिकता पर हमला करते हुए कहा है कि पार्टी के नेता हमेशा चीन और पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपनाते हैं.

पीएम मोदी और अमित शाह

19 को विधायक दल की बैठक, 20 को शपथ ग्रहण…दिल्ली CM की रेस में सबसे आगे BJP के ये तीन नाम!

दिल्ली की राजनीति में जितेंद्र महाजन की छवि को देखकर यह कहा जा सकता है कि अगर बीजेपी को मुख्यमंत्री के रूप में एक क्षेत्रीय नेता की जरूरत है, तो उनका नाम सबसे उपयुक्त होगा. उनका नाम इस समय चर्चा में है और बीजेपी की अंदरूनी बैठकों में भी उनके बारे में विचार किया जा सकता है.

राहुल गांधी और तेजस्वीर यादव

“श्रद्धालुओं की बजाय VIP लोगों की…”, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे के लिए सरकार को खूब खरी-खोटी सुना रहा विपक्ष

कई नेता इसे सरकार की असंवेदनशीलता और रेलवे के प्रबंधन की कमी के रूप में देख रहे हैं. सवाल उठता है कि जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ के लिए यात्रा कर रहे थे, तब क्या सरकार ने इस भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए थे? क्या रेलवे ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्लेटफार्मों पर यात्रियों की सुरक्षा और सुव्यवस्था को सुनिश्चित किया था?

“जो गिरे वह उठ नहीं पाए, मेरी मां भी…”, चश्मदीदों ने बताई प्लेटफॉर्म नंबर- 14 की दर्दनाक कहानी!

जांच टीम के एक सदस्य, नरसिंह देव से जब पूछा गया कि हादसे के वक्त आरपीएफ की टीम कम क्यों थी, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और चुप्पी साध ली. इसके अलावा, जब उनसे यह सवाल किया गया कि इस भयावह हादसे का जिम्मेदार कौन है, तो उन्होंने भी इसका जवाब नहीं दिया, बस यह कहा कि वे जांच टीम का हिस्सा हैं और रिपोर्ट आने पर सारी जानकारी सामने आएगी.

Maha Kumbh 2025

दो दिनों तक स्टेशन बंद, शहरभर में चक्का जाम…वीकेंड पर महाकुंभ में उमड़ा जनसैलाब, 10-12 KM तक पैदल चल रहे हैं श्रद्धालु

प्रशासन ने संगम तक आने वाले वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन संगम से लगभग 10-12 किलोमीटर पहले बनाए गए पार्किंग स्थल पर रोक दिए जा रहे हैं.

New India Co-operative Bank Scam

2020 से 2025 तक, ऐसे उड़ाए 122 करोड़…न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले की पूरी कहानी!

हितेश मेहता न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के अकाउंट हेड थे. इस पद पर उनकी जिम्मेदारी बैंक के कैश, GST (Goods and Services Tax), TDS (Tax Deducted at Source) और अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय लेन-देन की निगरानी करना था.

Delhi Metro Viral Video

जामा मस्जिद स्टेशन पर अचानक एग्जिट गेट से कूदे लोग, वायरल हो रहा है VIDEO, अब मेट्रो ने दी सफाई

दिल्ली मेट्रो ने यह भी कहा कि जब भीड़ बढ़ी, तो साइड गेट खोलने का निर्णय लिया गया ताकि लोग सुरक्षित तरीके से बाहर निकल सकें. सुरक्षा कर्मी मौजूद थे, और कोई भी गंभीर घटना नहीं घटी.

कुछ यूं लिखी गई छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में BJP की जीत की पटकथा, जानिए कैसे फ्लॉप हो गया कांग्रेस का पूरा ‘प्लान’, इनसाइड स्टोरी

बीजेपी ने अपने ‘किसान हित’ और ‘महिला शक्ति’ के कार्ड से कांग्रेस के दावों को ध्वस्त कर दिया. जैसे कि कोई सुपरहीरो अपने दुश्मन को नॉकआउट करता है, वैसे ही भाजपा ने चुनावी रणनीति से कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया.

US Bourbon Whiskey

भारत में सस्ती हुई अमेरिकी शराब, ट्रंप से मुलाकात के बाद PM मोदी ने क्यों लिया ये फैसला? यहां समझिए ‘टैरिफ पॉलिटिक्स’

भारत का विदेशी शराब बाजार 35 अरब डॉलर का है और यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है. इसमें डियाजियो (Diageo), पेरनोड रिकार्ड (Pernod Ricard) जैसे प्रमुख इंटरनेशनल ब्रांड्स की मजबूत उपस्थिति है.

PM Modi and Amit shah

मध्य प्रदेश और राजस्थान फॉर्मूले से दिल्ली चलाएगी BJP! समझिए CM फेस को लेकर क्या है पार्टी की रणनीति?

आपने देखा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम बीजेपी के पक्ष में आए थे, लेकिन नतीजे आने के छह दिन बाद भी सीएम का नाम सामने नहीं आया है. यह सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हुआ? इसका मुख्य कारण यह है कि चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री मोदी को पहले से तय एक विदेशी दौरे पर जाना था. प्रधानमंत्री के विदेश दौरे के चलते बीजेपी को सीएम के नाम की घोषणा में थोड़ी देरी हुई.

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