सैम पित्रोदा के हर बयान पर भाजपा ने उन्हें निशाना बनाया है. भाजपा ने कांग्रेस की मानसिकता पर हमला करते हुए कहा है कि पार्टी के नेता हमेशा चीन और पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपनाते हैं.
दिल्ली की राजनीति में जितेंद्र महाजन की छवि को देखकर यह कहा जा सकता है कि अगर बीजेपी को मुख्यमंत्री के रूप में एक क्षेत्रीय नेता की जरूरत है, तो उनका नाम सबसे उपयुक्त होगा. उनका नाम इस समय चर्चा में है और बीजेपी की अंदरूनी बैठकों में भी उनके बारे में विचार किया जा सकता है.
कई नेता इसे सरकार की असंवेदनशीलता और रेलवे के प्रबंधन की कमी के रूप में देख रहे हैं. सवाल उठता है कि जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ के लिए यात्रा कर रहे थे, तब क्या सरकार ने इस भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए थे? क्या रेलवे ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्लेटफार्मों पर यात्रियों की सुरक्षा और सुव्यवस्था को सुनिश्चित किया था?
जांच टीम के एक सदस्य, नरसिंह देव से जब पूछा गया कि हादसे के वक्त आरपीएफ की टीम कम क्यों थी, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और चुप्पी साध ली. इसके अलावा, जब उनसे यह सवाल किया गया कि इस भयावह हादसे का जिम्मेदार कौन है, तो उन्होंने भी इसका जवाब नहीं दिया, बस यह कहा कि वे जांच टीम का हिस्सा हैं और रिपोर्ट आने पर सारी जानकारी सामने आएगी.
प्रशासन ने संगम तक आने वाले वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन संगम से लगभग 10-12 किलोमीटर पहले बनाए गए पार्किंग स्थल पर रोक दिए जा रहे हैं.
हितेश मेहता न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के अकाउंट हेड थे. इस पद पर उनकी जिम्मेदारी बैंक के कैश, GST (Goods and Services Tax), TDS (Tax Deducted at Source) और अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय लेन-देन की निगरानी करना था.
दिल्ली मेट्रो ने यह भी कहा कि जब भीड़ बढ़ी, तो साइड गेट खोलने का निर्णय लिया गया ताकि लोग सुरक्षित तरीके से बाहर निकल सकें. सुरक्षा कर्मी मौजूद थे, और कोई भी गंभीर घटना नहीं घटी.
बीजेपी ने अपने ‘किसान हित’ और ‘महिला शक्ति’ के कार्ड से कांग्रेस के दावों को ध्वस्त कर दिया. जैसे कि कोई सुपरहीरो अपने दुश्मन को नॉकआउट करता है, वैसे ही भाजपा ने चुनावी रणनीति से कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया.
भारत का विदेशी शराब बाजार 35 अरब डॉलर का है और यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है. इसमें डियाजियो (Diageo), पेरनोड रिकार्ड (Pernod Ricard) जैसे प्रमुख इंटरनेशनल ब्रांड्स की मजबूत उपस्थिति है.
आपने देखा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम बीजेपी के पक्ष में आए थे, लेकिन नतीजे आने के छह दिन बाद भी सीएम का नाम सामने नहीं आया है. यह सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हुआ? इसका मुख्य कारण यह है कि चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री मोदी को पहले से तय एक विदेशी दौरे पर जाना था. प्रधानमंत्री के विदेश दौरे के चलते बीजेपी को सीएम के नाम की घोषणा में थोड़ी देरी हुई.