BPSC TRE 3 Paper Leak: पेपर लीक मामले पर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को घेरा, पूछा- आखिर ऐसा क्यों हुआ?

हजारीबाग में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने छापेमारी कर झारखंड पुलिस की मदद से इस गिरोह का पर्दाफाश किया है. देर रात 250 से अधिक अभ्यर्थियों और पकड़े गए गिरोह के 5 सदस्यों को लेकर टीम बिहार पहुंची.
BPSC TRE 3 Paper Leak

BPSC TRE 3 Paper Leak: बिहार शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में पुलिस ने सॉल्वर गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. शुरुआती जांच में पता चला कि गैंग 250 से अधिक अभ्यर्थियों को पास कराने की फिराक में था. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने अभ्यर्थियों को पास कराने की एवज में 10 से 15 लाख रुपये का ठेका लिया था. सभी आरोपी बिहार के बताए जा रहे हैं.

बता दें कि बिहार शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण (BPSC TRE 3.O) के लिए शुक्रवार, 15 मार्च को परीक्षा का आयोजन किया गया था. आरोप है कि सॉल्वर गैंग ने अभ्यर्थियों को झारखंड के हजारीबाग में स्थित होटल में बुलाया था. जहां पेपर के सेट मौजूद थे. सॉल्वर गैंग ने अभ्यर्थियों को पास कराने की एवज में 10 से 15 लाख रुपये का ठेका लिया था.

ये भी पढ़ेंः मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल की राजनीतिक पारी का आगाज, बीजेपी में हुईं शामिल

झारखंड पुलिस की मदद से पकड़े गए सॉल्वर

जानकारी के मुताबिक, हजारीबाग में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने छापेमारी कर झारखंड पुलिस की मदद से इस गिरोह का पर्दाफाश किया है. देर रात 250 से अधिक अभ्यर्थियों और पकड़े गए गिरोह के 5 सदस्यों को लेकर टीम बिहार पहुंची.

तेजस्वी का सरकार पर हमला

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पेपर लीक को लेकर नीतीश सरकार को घेरा है. उन्होंने X पर लिखा, “बिहार में तीसरे चरण की BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है. आखिर ऐसा क्यों हुआ? हमने 𝟏𝟕 महीनों में 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ.”

उन्होंने आगे लिखा, “हमने केवल 𝟕𝟎 दिनों में दो चरण में 𝟐 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की. शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों में 𝟏𝟕 लाख से अधिक अभ्यर्थी होने के बावजूद भी कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली. सब नियुक्ति निष्पक्ष, पारदर्शी और सहज प्रक्रिया से हुई. अब ऐसी कौन सी ताकत और तत्व बिहार सरकार में है जिसके कारण तीसरे चरण की नियुक्ति के लाखों परिक्षार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है? सनद रहे, तीसरे चरण में भी 𝟏 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति का नीतिगत निर्णय हमारे कार्यकाल में हमने कराया था? अब ये NDA सरकार इसे लटका, अटका और भटका क्यों रही है?”

ज़रूर पढ़ें