Jan Suraj Launched: बिहार में नई राजनीतिक पार्टी की हुई एंट्री, प्रशांत किशोर ने किया जन सुराज का आधिकारिक ऐलान
Prashant Kishor Jan Suraj Launched: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर गांधी जयंती के मौके पर आज आधिकारिक रूप से अपनी राजनीतिक पार्टी को लॉन्च कर दिया है. उनकी पार्टी का नाम जन सुराज पार्टी है. इससे पहले प्रशांत दो साल तक जन सुराज यात्रा के जरिए बिहार के गांवों, शहरों-कस्बों की खाक छान चुके हैं. पार्टी की लॉन्चिंग के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा, “आप सभी को ‘जय बिहार’ इतनी जोर से बोलना है कि कोई आपको और आपके बच्चों को ‘बिहारी’ न कहे और यह एक गाली जैसा न लगे.
इस दौरान उन्होंने कहा कि आपकी आवाज दिल्ली तक पहुंचनी चाहिए. यह बंगाल तक पहुंचनी चाहिए जहां बिहार के छात्र हैं इसे तमिलनाडु, दिल्ली और बंबई तक पहुंचना चाहिए जहां भी बिहारी बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें पीटा गया.”
ये भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले टेंशन में बीजेपी-कांग्रेस, बागियों की संख्या ने बदला राजनीतिक ‘खेल’
लंबे समय से जारी था जन सुराज अभियान
प्रशांत किशोर ने पार्टी लॉन्च के मौके पर कहा, “2-3 साल से जन सुराज अभियान चल रहा है. लोग पूछ रहे हैं कि हम पार्टी कब बनाएंगे. हम सभी को भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए, आज चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर जन सुराज को जन सुराज पार्टी के रूप में स्वीकार कर लिया है.” इससे पहले राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर अपने राजनीतिक दल के औपचारिक लॉन्च के लिए भारी संख्या में समर्थकों की उपस्थिति में अपने आवास से रवाना हुए थे. यह आयोजन पटना के बिहार वेटरनरी कॉलेज में हो रहा है.
प्रशांत किशोर के नये राजनीतिक दल का नाम ‘जन सुराज पार्टी’ होगा@PrashantKishor @jansuraajonline #Bihar #PrashantKishor #Patna #VistaarNews pic.twitter.com/RzwGXjJOFr
— Vistaar News (@VistaarNews) October 2, 2024
मनोज भारती होंगे कार्यकारी अध्यक्ष
जन सुराज के स्थापना अधिवेशन के दौरान प्रशांत किशोर की ओर से ऐलान किया गया कि जन सुराज पार्टी के बिहार प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती होंगे. कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती मधुबनी के रहने वाले हैं. दरअसल, मनोज भारती ने नेतरहाट से स्कूल की पढ़ाई की. वे IIT कानपुर से पासआउट हुए और IIT दिल्ली से उन्होंने M.Tech की. इसके बाद उनका 1988 में IFS में सिलेक्शन हुआ. भारतीय विदेश सेवा में रहते हुए मनोज भारती चार देशों में राजदूत रहे हैं. उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं.
भारतीय विदेश सेवा में रहते हुए वह यूक्रेन, बेलारूस, तिमोर-लेस्ते और इंडोनेशिया में भारत के राजदूत थे. तिमोर लेस्ते में राजदूत नियुक्त होने से पहले भारती ने विदेश मंत्रालय में सचिव-प्रशासन के रूप में कार्य किया. उन्होंने सितंबर 2015 से अक्टूबर 2018 तक यूक्रेन में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया. इससे पहले मनोज भारती ने बतौर IFS म्यांमार, तुर्की, नेपाल, नीदरलैंड और ईरान में भार
गरीबी और बेरोजगारी के मुद्दे पर लड़ेंगे चुनाव
जन सुराज यात्रा के दौरान पीके ने कई बार कहा कि वह बिहार को गरीबी, बेरोजगारी के दलदल से बाहर निकालने के लिए राजनीति के मैदान में आए हैं. पीके कहते हैं कि बिहार अब जाति और धर्म के नाम पर वोट ना दे बल्कि विकास के मुद्दे पर अपने जनप्रतिनिधियों को चुने. प्रशांत किशोर का कहना है कि उनकी पार्टी बिहार से पलायन और बेरोजगारी से लेकर बिहार के पिछड़ेपन और राज्य की समस्याओं के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी.