यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार किसी अजीब हरकत के कारण चर्चा में आए हैं. इससे पहले भी कई मौकों पर नीतीश कुमार के बयान और क्रियाकलाप विवादों का कारण बने हैं. उदाहरण के तौर पर, पिछले साल बिहार विधानमंडल में जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए उन्होंने पति-पत्नी के रिश्तों को लेकर कुछ ऐसी बातें कही थीं, जो बाद में काफी चर्चा का विषय बनीं.
Republic Day: फुल ड्रेस रिहर्सल पर लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी ये झांकी बिहार की है. जिसे 8 साल बाद दिल्ली के गणतंत्र दिवस परेड में जगह मिली है. बिहार की इस झांकी में ज्ञानभूमि नालंदा की प्राचीन विरासत और उसके संरक्षण के प्रयास को दर्शाया गया है.
Bhagalpur: भागलपुर के कब्रिस्तान में कब्र खोद कर दफनाए गए शवों को निकल कर उनके सिर काटने की खबर सामने आई है. अब तक कब्रिस्तान से पांच शव के सिर गायब होने का दावा किया जा रहा है.
जैसे ही इस हमले की खबर आई, पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए. पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया और घटनास्थल से गोलियों के खोखे भी बरामद किए. आसपास के थानों को अलर्ट किया गया, और यह सुनिश्चित किया गया कि इलाके में किसी भी प्रकार की हिंसा ना फैले. लेकिन एक सवाल फिर उठता है कि क्या पुलिस सच में इन गैंग्स पर काबू पा सकेगी, या यह खौ़फनाक जंग ऐसे ही चलती रहेगी?
इस सम्मेलन में दिलीप जायसवाल ने और भी कई बातें कीं. उन्होंने बिहार में 2005 से पहले और आज के बिहार के हालात की तुलना करते हुए कहा, "तब लोग बिजली के बिना जीते थे, अब लोग नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की सरकार की वजह से रोशनी देख रहे हैं."
Tej Pratap Yadav: तेज प्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक रील अपलोड की है. जिसके बैकग्राउंड में 'अगले सीएम आपके सामने बैठे हैं' डायलॉग सुनाई देता है.
Bihar Election: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार जो अक्सर राजनीति से दूर दिखाई देते हैं, उनका एक बयान आया है. जिसमें वह बिहार की जनता से आगामी चुनाव में उनके पिता और जनता दाल (यूनाइटेड) को वोट देने की मांग कर रहे हैं.
नीतीश कुमार के लिए यह मान लेना कि वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने देंगे, इतना आसान नहीं है. नीतीश कुमार की अपनी राजनीतिक स्थिति और बीजेपी के साथ उनका गठबंधन इस सवाल का जवाब तय करेगा कि क्या तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री बनने का सपना सच हो पाएगा या नहीं.
BPSC Protest: भूख हड़ताल पर बैठे प्रशांत किशोर को पुलिस सुबह 4 बजे जबरन उठाकर ले गई. वहां विरोध जाता रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है. पीके को ले जाने आई पुलिस ने उन्हें थप्पड़ भी जड़ा है.
बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने इसका खुलासा करते हुए कहा कि इस वैन का किराया एक दिन का 25 लाख रुपये है! यह सुनकर बहुतों को यकीन नहीं हो रहा कि कोई आमरण अनशन के दौरान ऐसी महंगी सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकता है. उनका कहना है कि जब एक नेता खुद इस तरह की विलासिता में रह रहा हो, तो वो कैसे जनता के दर्द को समझ सकता है?