Chhattisgarh: सदस्यता अभियान में फिसड्डी साबित हुए 15 BJP विधायक, पूरा नहीं कर पाए लक्ष्य
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान के लक्ष्य से 7 लाख पीछे है. प्रदेश में ऐसी 38 विधानसभा हैं, जहां पार्टी ने 40 हजार के भी आंकड़े को पार नहीं किया है. इन्हीं विधानसभा सीटों पर पार्टी अब ’38 विधानसभा 38 कार्यकर्ता’ अभियान शुरू करने जा रही है. लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इन विधानसभाओं में 15 विधायक ऐसे हैं जो सदस्यता अभियान में अपना लक्ष्य को पार नहीं करा पाए.
सदस्यता अभियान का दूसरा चरण
भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान का दूसरा चरण चल रहा है. पार्टी ने छत्तीसगढ़ में 60 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. अभी तक छत्तीसगढ़ में BJP सिर्फ 53 लाख सदस्य ही बन पाई है. यानी 7 लाख सदस्य बनना अभी बाकी है. सबसे ज्यादा कम प्रदेश की 38 विधानसभाओं में आंकड़ा है, जहां विधायक 40 हजार सदस्य भी नहीं बन पाए हैं. अब पार्टी नई रणनीति से इन विधानसभाओं में कार्यकर्ताओं को भेज कर सदस्यता अभियान के लक्ष्य को पाने की कवायद कर रही है.
BJP के 15 विधायक साबित हुए फिसड्डी
प्रेदेश में BJP के 15 ऐसे विधायक हैं, जो 40 हजार के आंकड़े को भी पार भी नहीं करवा पाए. उनमें ये नाम शामिल हैं-
- लुण्ड्रा – प्रमोद मिंज
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 87,463 - चित्रकोट– सुरेंद्र सिंह गहरवार
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 58,009 - अंतागढ़ – विक्रम उसेंडी
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 59,547 - मरवाही – प्रणव कुमार मरपाची
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 51,960 - बैकुंठपुर – भइया लाल राजवाड़े
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 66,866 - सामरी – उद्धेश्वरी पैकरा
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 83,483 - साजा – ईश्वर साहू
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 101,78 - कोंडागांव – लता उसेंडी
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 80,465 - पत्थलगांव – गोमती साय
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 82,320 - भरतपुर-सोनहत – रेनुका सिंह
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 55,809 - केशकाल – नीलकंठ टेकाम
विधानसभा चुनाव वोट – 77,438 - सीतापुर – रामकुमार टोप्पो
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 83,088 - प्रतापपुर – शकुंतला सिंह
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 83,796 - कांकेर – आशा राम नेताम
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 67,980 - नवागढ़ – दयाल दास बघेल
विधानसभा चुनाव कुल वोट – 101631
लुण्ड्रा में पिछड़ी BJP
सरगुजा के लुण्ड्रा से प्रबोध मिंज भाजपा के विधायक है. यहां कम सदस्य बने है. यहां पहले कांग्रेस की टिकट पर चिंतामणि महाराज विधायक हुआ करते थे, जो अब सरगुजा के सांसद हैं. इसके बावजूद पार्टी सदस्यता में पीछे गई है.
मुख्यमंत्री पद की दावेदारों में से एक भरतपुर सुनहट विधायक रेणुका सिंह के क्षेत्र में भी सदस्यता कमजोर है. वहीं, पत्थलगांव विधायक गोमती साय और कोंडागांव विधायक लता उसेंडी के क्षेत्र में भी सदस्यता अभियान पीछे गया है.
इन जगहों पर कांग्रेस हावी
कांग्रेसी दिग्गजों को हराने वाले विधायकों के क्षेत्र में भी सदस्यता कमजोर रही है. इसमें सीतापुर, प्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, साजा प्रमुख है. सीतापुर में भाजपा के रामकुमार टोप्पो ने पूर्व मंत्री अमरजीत भगत को हराया है. वहीं साजा में पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे को ईश्वर साहू ने हराया है. इन दोनों सीट पर लंबे समय से कांग्रेस विधायक रहे हैं. ऐसे में भाजपा को सदस्यता करने में मुश्किल आ रही है.
मंत्री दयाल दास भी सदस्यता में पिछड़ गए हैं. भाजपा ने मंत्रियों के क्षेत्र में सदस्यता अभियान का लक्ष्य बड़ा तय किया था. ऐसे में मंत्री दयाल दास बघेल काफी पिछड़ते नजर आ रहे हैं. वह अब तक तय लक्ष्य का 60 फीसदी भी पूरा नहीं करा पाए हैं.
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38 विधानसभा 38 कार्यकर्ता अभियान
मोहला मानपुर, खुज्जी, पानी तानाखार, रामपुर, लुण्ड्रा, चित्रकूट, अंतागढ़, भानु प्रतापपुर, मरवाही, बैकुंठपुर, संजारी बालोद, डोंगरगांव, गुंडरदेही, डोंगरगढ़, समरी, मस्तूरी, खैरागढ़, पामगढ़, बस्तर, साजा, शक्ति, कोंडागांव पत्थलगांव, बिंद्रा नवागढ़, जशपुर, भरतपुर सोनहत, केशकाल, भिलाई नगर, सीतापुर, प्रतापपुर, जैजैपुर, कांकेर, कांकेर, डौंडीलोहारा, कसडोल, नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र में सदस्यता अभियान पीछे है. इन सभी विधानसभाओं में 38 विधानसभा 38 कार्यकर्ता अभियान शुरू होगा.
कांग्रेस ने कसा तंज
वहीं भाजपा विधायकों और मंत्रियों के सदस्यता अभियान में पीछे होने को लेकर कांग्रेस तंज कस रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का कहना है कि भाजपा फर्जी सदस्यता अभियान चला रही है.
बता देंकि भाजपा के सदस्यता अभियान में जहां विधायकों की परफॉर्मेंस एक तरफ खराब है. वहीं कई सांसद भी ऐसे हैं, जो अपने तय किए गए लक्ष्य से अभी पीछे हैं. फिलहाल विधानसभा में लक्ष्य पाने के लिए भाजपा ने रणनीति बनाई है. अब देखना होगा कि सांसदों के क्षेत्र के लिए भाजपा क्या रणनीति बनाती है.