छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर, 1 जवान भी शहीद
Chhattisgarh Bastar Encounter: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर है. यह मुठभेड़ दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर स्थित अबूझमाड़ के घने जंगलों में हुई. सुरक्षाबलों ने इस बड़े ऑपरेशन के जरिए 4 नक्सलियों को ढेर कर दिया है. उनके पास से अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए हैं. इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने 1000 से अधिक जवानों के साथ नक्सलियों के गढ़ में घुसकर सर्च अभियान चलाया, जिससे बड़ी सफलता प्राप्त हुई है. नक्सलियों पर नकेल कसने की इस कार्रवाई के बाद राज्य के मुखिया विष्णुदेव साय ने एक्स पर पोस्ट किया है.
ऑपरेशन की स्थिति
जानकारी के मुताबिक, इस मुठभेड़ की शुरुआत 3 जनवरी को हुई. दरअसल, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और कोंडागांव जिलों के डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी. सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया. सुरक्षाबलों ने इस दौरान नक्सलियों के ठिकानों को घेर लिया और उनपर आत्मसमर्पण करने के लिए दबाव डाला. दोनों पक्षों की ओर से रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही थी, जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी रही.
मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली. उन्होंने 4 नक्सलियों के शव बरामद किए. इन नक्सलियों के पास से AK-47 और SLR जैसे अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए हैं. हालांकि इस ऑपरेशन में एक जवान के भी शहीद होने की खबर है. दंतेवाड़ा जिले के डीआरजी के जवान हेड कांस्टेबल सन्नू कारम इस मुठभेड़ में शहीद हो गए. उनके साहस और बलिदान को राज्य और देश भर में सम्मानित किया जा रहा है.
ऑपरेशन अब भी जारी
इस मुठभेड़ के बाद, सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है. दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोंडागांव और बस्तर जिलों की डीआरजी और एसटीएफ की 1000 जवानों की टीमें इस क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ घेराबंदी कर चुकी हैं. यह ऑपरेशन नक्सलियों के कोर इलाके में चलाया गया है. जवान अभी भी मौके पर मौजूद हैं, और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है.
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नक्सलवाद के खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को पिछले एक-डेढ़ साल में बड़ी सफलता मिली है. इस दौरान 300 से अधिक नक्सली मारे गए हैं, जबकि लगभग 1000 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं और 837 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी छत्तीसगढ़ पुलिस की इन सफलता की सराहना की है. 15 दिसंबर 2024 को छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान उन्होंने यह दावा किया था कि 2026 तक राज्य को नक्सलवाद से मुक्त किया जाएगा.
नक्सलवाद के खिलाफ आगे की रणनीति
इस समय छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबल नक्सलियों के खिलाफ लगातार सक्रिय हैं. राज्य सरकार और सुरक्षा बल मिलकर नक्सलियों के खिलाफ कड़े कदम उठा रहे हैं, ताकि प्रदेश को नक्सलवाद से मुक्ति मिल सके. 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त छत्तीसगढ़ का लक्ष्य अब ज्यादा साकार होते हुए नजर आ रहा है, और इसके लिए सुरक्षा बलों की योजना और मेहनत की सराहना की जा रही है.