Bilaspur: स्मार्ट मीटर लगते ही लोगों के घरों का आया ज्यादा बिल, टीवी-कूलर भी उड़े, बड़े आंदोलन तैयारी
Bilaspur: छत्तीसगढ़ का बिलासपुर शहर कहने को स्मार्ट सिटी है, लेकिन बिजली व्यवस्थाएं बदले है. इस स्मार्ट सिटी में विद्युत वितरण विभाग स्मार्ट मीटर लगवा रहा है, लेकिन उसका भी खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. पुरानी मीटर में जिस व्यक्ति का बिजली बिल हजार ₹2000 आता था उसका बिल अब सीधे तौर पर 30 से 40 और ₹50 हजार रुपए तक आ रहा है. यही नहीं स्मार्ट मीटर लगने के बाद घरेलू बिजली व्यवस्था कई तरह से चौपट हो चुकी है.
कभी लोगों के घरों में लो वोल्टेज तो कभी एकाएक हाई वोल्टेज जैसी समस्या के कारण टीवी पंखे कूलर और फ्रिज उड़ रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि इसे लेकर नागरिक सुरक्षा मंच ने कुछ दिन पहले आंदोलन भी किया था. उन्होंने बिलासपुर में स्मार्ट मीटर के लगने का विरोध किया और स्पष्ट रूप से बिजली विभाग को आंदोलन कर चेतावनी दी कि वह बिलासपुर में घरेलू बिजली बिल ज्यादा आने को सुधार वाले नहीं तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन करेंगे.
जुगाड़ के भरोसे बिजली व्यवस्था
शहर में अशोक नगर हो या मंगला क्षेत्र. सिरगिट्टी क्षेत्र हो या फिर मोपका का इलाका. हर तरफ एक नजारा आम है वह है जुगाड़ के भरोसे बिजली व्यवस्था संचालित होने का. बिजली विभाग ने बांस बल्लियों के सहारे लोगों के घरों तक अस्थाई कनेक्शन की सुविधा दी है. इस अस्थाई कनेक्शन से बिजली बिल ज्यादा आ रहा है और लोग स्थाई कनेक्शन की डिमांड भी कर रहे हैं लेकिन कई तरह की औपचारिकताओं के कारण बिजली विभाग इन्हें स्थाई कनेक्शन देने में सफल है और इसी का खामियाजा उन्हें अधिक बिजली बिल और खतरे के बीच रहकर गुजरना पड़ रहा है क्योंकि अस्थाई कनेक्शन की बिजली के तार सड़क और उनके घरों के आसपास झूल रहे हैं.
ये भी पढ़ें- khairagarh: डेढ़ लाख रुपए नहीं दिए तो ग्रामीणों नें सुनाया तुगलकी फरमान, परिवार का हुक्का पानी किया बंद
जिनका हजार रुपए उनका ₹10000 आ रहा बिजली बिल
स्मार्ट मीटर के नाम पर बिजली बिल में अधिक पैसे भेजे जाने इस लिए भी शिकायतें हो रही है क्योंकि उपभोक्ताओं का आरोप है कि बिजली विभाग उन्हें अतिरिक्त भार के तौर पर पैसे बिल में जोड़कर भेज रहा है. यानी अघोषित रूप से स्मार्ट मीटर के उन्हें हजार से ₹2000 चुकाने पड़ रहे हैं, और बिजली विभाग के ठेकेदार के कर्मचारी भी पैसे नहीं लगने की बात कहकर कई घरों में बिना बताए स्मार्ट मीटर लगाकर चला जा रहा है. इसके कारण उन्हें काफी परेशानी हो रही है. बिजली विभाग के अधिकारी स्मार्ट मीटर को लागू कर चुके हैं और इसका खामियाजा बिलासपुर और इस क्षेत्र के लगभग 5 लाख से ज्यादा घरों को भुगतना पड़ रहा है.