Bilaspur: एनटीपीसी और कोलवासरी से निकलते धुएं से लोग परेशान, जर्जर सड़क से हो रही मौतें, विधायक ने दी आंदोलन की चेतावनी

Bilaspur: यह कोरबा के SECL के खदानों की तस्वीर नहीं बल्कि बिलासपुर जिले में एनटीपीसी और कोलवासरी से निकलते धुएं और धूल का जहर है, जो छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लाखों ग्रामीणों की जिंदगी में कालापन घोल रहा है.
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विधायक सुशांत शुक्ला

Bilaspur: यह कोरबा के SECL के खदानों की तस्वीर नहीं बल्कि बिलासपुर जिले में एनटीपीसी और कोलवासरी से निकलते धुएं और धूल का जहर है, जो छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लाखों ग्रामीणों की जिंदगी में कालापन घोल रहा है. सड़क नाली, पेड़, पौधे, बिजली के टावर, घर खाना पीना और कपड़े तक काले पड़ चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी लाखों लोगों के जीवन को संवारने ध्यान नहीं दे रहे हैं. सिर्फ सड़क की मरम्मत और ग्रामीणों के प्रति संवेदना कई लोगों की जिंदगी बचा सकती है फिर भी सब बेपरवाह है.

एनटीपीसी और कोलवासरी से निकलते काले धुएं से लोग परेशान

इस बेपरवाही के खिलाफ के खिलाफ बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने मोर्चा खोल दिया है. एनटीपीसी और कोलवाशरी के कारण जर्जर हो रही सड़कों और कोयले के कालेपन ने लाखों लोगों की जिंदगी में कालापन घोल दिया है. यही कारण है कि विस्तार न्यूज़ की टीम ग्राउंड पर उतरी है और उन तमाम गांव का दौरा कर रही है जहां ऐसी भयावह स्थिति है. बिलासपुर सीपत मार्ग के हालत सबसे बुरे हैं. एनटीपीसी के कारण दूसरे राज्यों से आ रही ओवरलोड बड़ी-बड़ी ट्रैक लोगों का जीना मुहाल कर रही है. इसी तरह बिलासपुर में लगरा से गतौरा मार्ग पर हिंद एनर्जी कोल वासरी की कोयले से लदी ओवरलोड ट्रक लोगों का जीवन जोखिम में डाल रही है. पेड़, पौधे, फूल, पत्ते, बिजली के टावर स्कूल, आंगनबाड़ी और यहां तक नालों से निकलने वाले पानी और लोगों के कपड़ों तक कोयले की कालिख से पुते दिख रहे हैं. इसी स्थिति में खैरा, फरहदा, गतौरा, समेत सीपत चिलहाटी के आसपास के 50 से अधिक गांव बर्बाद हो चुके हैं.

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खेत में फसल नहीं होती है. उनके घरों में खाने-पीने के समान में गंदगी और कालापन दिखता है. कोई घंटे भर सड़क पर बैठ जाए तो पूरा शरीर धूल से काला नजर आता है. बीमारियां घर कर रही है और लाखों ग्रामीणों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है. उनका कहना है कि उनका जीवन पूरी तरह बर्बाद हो गया है क्योंकि उन्होंने गांव में घर बनाया और बाद में एनटीपीसी सीपत और इसके आसपास के गांव में कोल वासरिया खोल दी गई. नतीजा होने सर्दी खांसी के अलावा अन्य तरह की लगातार बीमारियां हो रही है.

जर्जर सड़क और गड्ढों से लगातार हो रही मौतें

वीओ: इस क्षेत्र की जर्जर सड़कों पर जान जा रही है. ओवरलोड गाड़ियों पर आरटीओ के अधिकारी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है. यही कारण है कि बेधड़क सड़क पर ओवरलोड गाड़ी दौड़ रही है और लगातार दुर्घटनाएं हो रही है. ग्रामीण बताते हैं इसके कारण साल में 10 मौतें तय है. गांव में पौधे नहीं उग रहे हैं मिट्टी पूरी तरह खराब हो चुकी है. इसी तरह कहीं और परेशानी है जिसे उन्होंने अधिकारियों के सामने लाया है लेकिन उनकी सुनवाई 5 साल बाद नहीं हुई है.

विधायक सुशांत शुक्ला ने दी आंदोलन की चेतावनी

एनटीपीसी और दूसरी जगह जर्जर सड़क को लेकर विधायक सुशांत शुक्ला ने कलेक्टर को पत्र लिखा है और आरटीओ के अधिकारियों को ओवरलोड गाड़ियों पर कार्यवाही की बात कही है और यह भी कहा है कि ओवरलोड गाड़ियों को परमिशन के बिना यहां से आने-जाने की अनुमति देना आरटीओ के अधिकारियों की मिली भगत और ओवरलोड गाड़ियों के मालिक की मिली भगत को उजागर करता है यही वजह है कि उन्होंने कलेक्टर से कार्यवाही की मांग की है. ऐसा नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

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