बिलासपुर में बुलडोजर अभियान, 210 से ज्यादा घरों और दुकानों को तोड़ा जा रहा, लोगों ने किया विरोध

CG News: बिलासपुर के अपोलो रोड में भारतीय जनता पार्टी के सरकार ने दूसरे दिन भी बुलडोजर अभियान जारी रखा. क्षेत्र के लगभग 210 से अधिक मकान और दुकानों को हटाया जा रहा है जिसके कारण क्षेत्रीय विधायक सुशांत शुक्ला के खिलाफ लोग लाम बंद होने लगे हैं.
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बुलडोजर की कार्रवाई

CG News: बिलासपुर के अपोलो रोड में भारतीय जनता पार्टी के सरकार ने दूसरे दिन भी बुलडोजर अभियान जारी रखा. क्षेत्र के लगभग 210 से अधिक मकान और दुकानों को हटाया जा रहा है जिसके कारण क्षेत्रीय विधायक सुशांत शुक्ला के खिलाफ लोग लाम बंद होने लगे हैं.

शहर में घरों और दुकानों पर चला बुलडोजर

लोगों ने विधानसभा चुनाव से पहले विधायक सुशांत कि उसे बात को याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था कि किसी का घर नहीं टूटेगा. होली के बाद रंग पंचमी के दिन हो रही इस कार्यवाही से लोगों का दिल और भावनाएं बेहद आहत हैं. नगर निगम 8 से 10 बुलडोजर लेकर लगातार मंगल और बुधवार की सुबह से शाम तक कार्यवाही कर रही है और घरों को तोड़ने का दौर जारी है। लोग तकलीफ में है और लगातार शासन की कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अपोलो रोड के अस्पताल की 60 फीट सड़क को चौड़ा करने के लिए अभियान जारी है दूसरी तरफ लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि अपोलो रोड की बाउंड्री भी टूटनी चाहिए जो सड़क के दायरे में आ रही है जिसे लेकर नगर निगम के अधिकारी फिलहाल तोड़ने को लेकर ध्यान नहीं दे रहे और यही वजह है समस्या बरकरार है.

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लोगों ने जताया विरोध

घर से बेघर हो चुके लोगों का कहना है की शासन उन्हें अपनी शक्ति दिख रही है. यही वजह है कि कल से वह भूखे प्यासे अपने टूटे हुए घरों में समान तलाश रहे हैं. फिलहाल क्यों का ठिकाना भी नहीं है कि वह कहां जाएंगे कुल मिलाकर दर्द और तकलीफें जारी है और सरकारी अधिकारी लगातार कार्रवाई होने का दावा भी कर रहे हैं. अपोलो रोड पर राजकिशोर नगर क्षेत्र के आसपास चल रही इस कार्यवाही का लोग भारी विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि यह सारा काम पास बनी एक बड़े परिसर के कारोबारी को लाभ पहुंचाने के लिए हो रहा है। टूटी हुई दुकानों में अपोलो अस्पताल के आसपास मरीज और उनके परिजनों के लिए खाने-पीने के समान और उन्हें रहने जैसी सुविधाएं दी जा रही थी लेकिन इन दुकानों के टूटने के बाद अभी बात को लेकर भी सवाल उठने लगा है कि आखिर अस्पताल के लोग कहां रहेंगे और कैसे उन्हें सुविधा मिलेगी?

मंगलवार से शुरू हुई कार्रवाई

मंगलवार को 173 मकान और बुधवार को 60 से अधिक मकान पर बुलडोजर चलाने का दावा किया गया. वहीं पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गई है. क्षेत्रीय विधायक के कामकाज को लेकर लोगों में विरोध है क्योंकि चुनाव से पहले वादा किया गया था कि यह मकान नहीं टूटेगा उन्हें पट्टा प्रदान किया जाएगा. फिलहाल उनकी सुनवाई किसी स्तर पर नहीं हो रही है और यही कारण है कि लोग आक्रोशित हैं.

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