CG News: धमतरी में पोटाश बम फटने से हाथी का बच्चा हुआ घायल, वन विभाग में मचा हड़कंप

CG News: धमतरी जिले के उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के सीतानदी वन परिक्षेत्र में पोटाश बम से हाथी का बच्चा घायल हो गया है. इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. ये तस्वीरें पूरे छत्तीसगढ़ को देश को विचलित कर रही हैं.
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हाथी का बच्चा हुआ घायल

CG News: धमतरी जिले के उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के सीतानदी वन परिक्षेत्र में पोटाश बम से हाथी का बच्चा घायल हो गया है. इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. ये तस्वीरें पूरे छत्तीसगढ़ को देश को विचलित कर रही हैं. वहीं वन विभाग की टीम थर्मल ड्रोन की मदद से हाथी के बच्चे की तलाश कर रहे हैं.

पोटाश बम फटने से हाथी का बच्चा हुआ घायल

घटना 7 नवंबर की बताई जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक सिकासेर दल के करीब 35 से 40 हाथियों का झुंड सीतानदी वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहा है. इसी दौरान शिकारियों के लगाए पोटास बम का हाथी शिकार हो गया. जिसके कुछ समय बाद रिसगांव वन परिक्षेत्र को सूचना मिली कि कक्ष क्रमांक 324 के जंगल मे कई जगहों में खून के निशान है. साथ ही वन विभाग को मौके से पोटाश बम का टुकड़ा मिला. जिसके बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया.

उसके बाद ड्रोन की मदद से और एनी तकनीकी माध्यम से हाथियों को ट्रैक करने की कोशिश की जाती है. और 7 तारीख़ से ढूंढ़ते-ढूंढते 10 तारीख़ को घायल हाथी को वन विभाग ढूँढ लेता है. और जानकारी जुटाने पर पता चलता है कि ये 5–6 साल का हाथी का बच्चा है. तमाम थर्मल से लेकर कई तस्वीरों में विशाल हाथी का झुंड दिखाई देता है

हाथियों के निकलने का किया जा रहा इंतजार

हाथियों के बाहर निकलने का इंतज़ार किया जा रहा है वन विभाग के साथ ही रायपुर से पहुँची डॉक्टरों की टीम हाथियों का इंतज़ार कर रही है तमाम मेडिकल स्टाफ के साथ खुद DFO हाथियों को बेहोश करके उपचार देने की रणनीति बनाते नज़र आए. तमाम दवाइयों के साथ वन विभाग का अमला तैयार हैं कि झुण्ड कब बाहर निकले और जैसे ही मौका मिले घायल हाथी को बेहोश करके उसका इलाज किया जाए.

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मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकार

वन विभाग के आला अधिकारी और जंगल सफारी के डॉक्टर मौके पर पहुँचे हैं. वन विभाग का कहना है कि जंगली जानवरों के शिकार के लिए शिकारियों के द्वारा जंगल मे पोटाश बम लगाया था. जिसके कारण से हाथी का बच्चा घायल हुआ है. वहीं वन विभाग का कहना है कि घायल हाथी के बच्चे को तलाश कर उसे ट्रेंकुलाइज कर उसका इलाज किया जाएगा. बहरहाल जंगल मे बम लगाने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराने की बात भी वन विभाग के अधिकारी कह रहे है. बहरहाल इंतजार है इलाज का हाथी का बच्चा तड़प रहा है, पोटास बम किसने रखा इसका इंतज़ार कर रहा है.

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