हाइब्रिड बीज के मकड़जाल में फंसा किसान, नोटिस देकर खानापूर्ति कर रहा कृषि विभाग, धड़ल्ले से बिक रहा नकली बीज

बीज दुकान
CG News: सरगुजा और बलरामपुर जिले में नकली बीज बेचने का मामला सामने आने के बावजूद किसी विभाग के अधिकारी इस पूरे मामले में ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
हाइब्रिड बीज का मकड़जाल
वहीं कई ऐसे दुकान है जहां पर अमानक बीच बेचे जा रहे हैं, बिना स्रोत लाइसेंस के ही कई बीच कंपनियों का बीज दुकानदार धड़ल्ले से बेच रहे हैं. हद तो यह है कि कृषि विभाग के अफसर कार्यवाही के नाम पर पहले दुकान वालों को नोटिस जारी करते हैं, और फिर दुकान वालों से उगाही करते हैं.
नोटिस देकर खानापूर्ति कर रहा कृषि विभाग
सरगुजा जिले में इस वित्तीय वर्ष में दर्जनों दुकानों में गड़बड़ी पायी गई, उन्हें नोटिस जारी किया गया लेकिन किसी भी खाद बीज दुकान के खिलाफ पुलिस में न केस दर्ज कराया गया और न ही उनका लाइसेंस रद्द किया गया.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में सबसे अधिक हाइब्रिड बीज की बिक्री की जा रही है. यहां हर साल करीब डेढ़ सौ करोड रुपए का धान और मक्के का हाइब्रिड बीज बेचा जा रहा है. कोई ऐसी बीज कंपनियां है जिन्होंने कृषि विभाग से बीज बिक्री की अनुमति ही नहीं ली है और इसके साथ ही सरगुजा संभाग के अलग-अलग इलाकों में बीज़ की बिक्री कर रहे हैं. कृषि विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी खुद ही नहीं है कि आखिर उनके जिले में कितने कंपनियों को हाइब्रिड बीज बेचने का लाइसेंस मिला हुआ है. इसका फायदा बीज माफिया उठा रहें हैं और कई बड़े ट्रेडर्स इस कारोबार में जुटे हुए हैं. इतना ही नहीं इनके द्वारा बीज खरीदने के बाद भी किसानों को निर्धारित फार्मेट में बिल नहीं दिया जा रहा है. वहीं किस किस कम्पनी का कितना बीज किन किन किसानों को बेचा गया इसकी जानकारी भी जानकारी नहीं है.
हाईब्रीड बीज नहीं हो रही जांच
किसानों का कहना है कि बीज के रेट पर भी विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है. कई ऐसी बीज कम्पनी हैं जिन्होंने अपनी कम्पनी का पंजीयन करा लिया है लेकिन उनके पास संसाधन तक नहीं हैं और वे अमानक बीज पैक करा रहें हैं तो राज्य में हाईब्रीड बीज जांचने कोई लैब ही नहीं है. हद तो यह है कि इसका खामियाजा किसान उठा रहें हैं और बीज माफिया और कम्पनी मालामाल हो रहें हैं और बीज व्यापारियों को बीज खपाने पर विदेश टूर का पैकेज दिया जा रहा है. वहीं कई कम्पनी फाइव स्टार होटलों में पार्टी दे रहें हैं.
धड़ल्ले से बिक रहा नकली बीज
कृषि विभाग के अधिकारियों की बीज माफिया से मिलीभगत और लापरवाही का भी बड़ा खुलासा हुआ है. पिछले दिनों अंबिकापुर के गंगापुर में मिले नकली बीज फैक्ट्री के भंडाफोड़ की कार्यवाही हुई, जहां बिना लाइसेंस के बीज पैक किया जा रहा था, बीज पैकिंग मशीन और कई संसाधन मिले, बीज माफिया का नाम भी सामने आया लेकिन क़ृषि विभाग के अफसरों ने अब तक ठोस कार्यवाही नहीं की और जांच रिपोर्ट में लीपापोती कर दिया. इसकी भी जांच नहीं की गई कि आखिर यहां से और कहां-कहां बीज गया था. बताया जाता है कि बीज माफिया ने नकली बीज देने के नाम पर छोटे व्यापारियों से करीब दो करोड़ रुपये पहले ही लिया था और कई व्यापारियों को बीज सप्लाई किया था लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ सका.
बलरामपुर के राजपुर, बरियों, चांची, रामानुजगंज, कुसमी और वाड्राफ़नगर क्षेत्र में व्यापारी बड़े पैमाने पर नकली बीज खपा रहें हैं लेकिन क़ृषि विभाग के अफसर जांच के नाम पर दुकानों से घूमकर वापस चले जा रहें हैं.