CG News: बिलासपुर के 15 धान उपार्जन केन्द्र पर 6 करोड़ का धान घोटाला, गड़बड़ी करने का आरोपी प्रबंधक फिर करेगा धान खरीदी
CG News: बिलासपुर जिले के 15 समितियां में 6 करोड़ रुपए का धान घोटाला सामने आया है. इनमें सभी धान खरीदी केदो के प्रबंधक पर कलेक्टर ने कार्यवाही के निर्देश दिए हैं लेकिन फिलहाल किसी के खिलाफ बड़ी कार्यवाही नहीं हो पाई है. सबसे बड़ी बात यह है कि 14 नवंबर को फिर से छत्तीसगढ़ सहित बिलासपुर के सभी स्थानों पर किसानों से उनके धान की शान खरीदी करने वाली है और गंभीर बात यह है कि यहां की 15 समितियां में फिर वही प्रबंधक धान खरीदेंगे, जिन्होंने इस बड़ी गड़बड़ी को पिछले साल अंजाम तक पहुंचाया है, और जिनके खिलाफ कोई खास कार्यवाही नहीं हो पाई है. मामले में जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील सोनी का कहना है कि कलेक्टर के निर्देश के बाद सभी प्रबंधकों को धान खरीदी से पहले हटाने के निर्देश है जिसकी तरफ प्रक्रियाएं शुरू हो गई है. उनका कहना है कि प्रबंधन हाई कोर्ट चले गए हैं और वहां से उन्होंने कुछ मामलों में स्टे एरिया है जिसके कारण कार्यवाही रुकी हुई है. यही वजह है कि एक बार फिर धान उपार्जन केंद्रों पर ईमानदारी से धान खरीदी होने और शासन को लाभ पहुंचाने के मामले में उनके ही अधिकारियों की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है. इस मामले में फिलहाल कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं हो सकी जिसके चलते ही लगातार इन दागदार प्रबंधन को के खिलाफ कार्यवाही की मांग उठ रही है.
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इन केंद्रों पर हुई बड़ी गड़बड़ी
बिलासपुर जिले में गतौरा, जैत पुर, टिकरी, पौड़ी, बिरकोना पिरिया, भरारी, मल्हार, मस्तूरी वेद परसदा और सीपत जैसे जगह पर धान की बड़ी गड़बड़ी सामने आ चुकी है जिनके प्रबंधक साल भर बाद नहीं हटाए गए हैं और यही वजह है कि एक बार फिर वही धान खरीदी करेंगे जिन्होंने पिछले साल बड़ी गड़बड़ी की थी.
सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील सोनी ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर के निर्देश के बाद इन प्रबंधकों के खिलाफ कार्यवाही की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है उनके मुताबिक लगभग 15 समितियां में पिछले साल धान शॉर्टेज मिला था जिनके खिलाफ फिर के निर्देश है लेकिन अभी तक सिर्फ एक समिति के खिलाफ यह कार्यवाही हुई है और बाकी 14 जस के तस है उनके मुताबिक आगे कार्रवाई होनी है. दागदार प्रबंधकों को भी हटाने की बात कही गई है.