CG News: महतारी वंदन योजना से महिलाओं को मिल रहा लाभ, पैसे से अपने मन की इच्छा करे रही पूरी

Chhattisgarh: हम जानते है कि महिलाओं के लिए गहना कितना पसंद होता है. गरीब, अमीर सबकी इसके प्रति समान रूप से लगाव होता है. अमीर महिलाएं जहां संसाधनों से लैस होती हैं. वे जब चाहें, आसानी से कोई भी मनपसंद चीज खरीद लेती हैं, लेकिन गरीब महिलाओं का नसीब ऐसा नहीं होता है.
CG News

महतारी वंदन योजना की लाभार्थी

Chhattisgarh: हम जानते है कि महिलाओं के लिए गहना कितना पसंद होता है. गरीब, अमीर सबकी इसके प्रति समान रूप से लगाव होता है. अमीर महिलाएं जहां संसाधनों से लैस होती हैं. वे जब चाहें, आसानी से कोई भी मनपसंद चीज खरीद लेती हैं, लेकिन गरीब महिलाओं का नसीब ऐसा नहीं होता है. रोजी-रोटी की जुगाड़ में ही उनकी सारी कमाई खर्च हो जाती है. उनकी ख्वाहिश अधूरी रह जाती है. ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय महतारी वंदन योजना लेकर आए जो कि गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है. उनके गहने सहित सभी तरह की चाहत पूरी हो रही है.

महतारी वंदन की बचत से महिला ने खरीदी पायल

महतारी वंदन योजना की राशि बचाकर संतोषी मोहले ने अपने लिए चांदी से बना एक जोड़ा पायल खरीदा है. बेलगहना इलाके की रहने वाली संतोषी इस दिवाली में 8 हजार रुपए की पायल खरीद कर अपनी दबी हुई इच्छा को साकार किया है. संतोषी कहती है कि बेहतर भविष्य और काम की खोज में पति के साथ तीन साल पहले बिलासपुर आ गए. धुरीपारा में किराए की मकान में रहते हैं. चौक चौराहों में साग भाजी और मौसमी फल मैं बेचती हूं. पति एक पुराना ऑटो चलाते हैं. कमाई इतनी नहीं कि हम अपना हर शौक पूरा कर सकें.

ये भी पढ़ें- Raipur South By Election: चुनाव प्रचार के आखिरी दिन BJP का मेगा रोड शो, CM विष्णु देव साय हुए शामिल

फिर भी मैं अपने पति को पायल व गहना खरीदने बार-बार कहती रहती थी. हालत देखकर मन मसोस कर रह जाती, लेकिन विष्णुदेव साय की महतारी वंदन योजना से मेरी दबी हुई आशा फिर उछाल मारने लगी. लगने लगा कि अबकी बार सपना पूर्ण होकर रहेगा. हर माह मिलने वाली 1-1 हजार की रकम बैंक खाते में जमा होने लगा. जब 8 हजार पूरे हो गए तो इस दिवाली के अवसर पर चांदी का पायल खरीद लाई. अब मेरे पैर सूने नहीं बल्कि पायल की चमक इसकी सुंदरता बढ़ा रहे हैं. आगे और बचत कर राशि से कुछ बड़ा काम करूंगी. मेरी दबी हुई इच्छा को सायं सायं पूरी करने में मददगार विष्णुदेव सरकार को धन्यवाद और आशीर्वाद.

ज़रूर पढ़ें