Chhattisgarh: बलौदा बाजार हिंसा के बाद बिलासपुर में कलेक्टर और एसपी ने ली बैठक, कानून व्यवस्था को लेकर की समीक्षा
Chhattisgarh News: बलौदा बाजार में हुई हिंसा के बाद बिलासपुर में कलेक्टर अवनीश शरण एवं पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने संयुक्त रूप से एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने लॉ एण्ड आर्डर के लिए चुनौती बन सकने वाले संभावित मुद्दों की पहचान कर तत्परता से उनका निदान करने के निर्देश दिए.
कलेक्टर और एसपी ने ली बैठक, अधिकारियों को दिए कई टिप्स
जिले में अमन चैन बनाये रखने के लिए अधिकारियों को कई टिप्स भी दिए. उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कर्तव्य के दौरान जनता से जीवंत सम्पर्क बनाये रखें और सौहार्दपूर्ण माहौल में उनका निराकरण कर उनका दिल जीतें. नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ रामप्रसाद चौहान सहित पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में उपस्थित थे.
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हर छोटी-बड़ी घटना का विश्लेषण किया जाए – कलेक्टर
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अवनीश शरण ने कहा कि समस्याएं एकाएक बड़े आकार नहीं लेती. छोटे स्वरूप में आप हम सबके बीच जानकारी में होती हैं. यथासंभव हमें तत्काल संज्ञान में लेकर इसका पटाक्षेप करने का प्रयास करना चाहिए. अन्यथा समय बीतने पर ये अलग दिशा पकड़ लेती हैं. उन्होंने कहा कि हर छोटी-बड़ी घटना का विश्लेषण किया जाए. देखा जाए कि भविष्य में इसके क्या अंजाम हो सकते हैं. उसके अनुरूप सही दिशा में तत्काल कदम उठायें. उन्होंने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को आपसी तालमेल के साथ काम करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि दोनों आपस में बैठकर सूचना एवं जानकारी शेयर कर लें. दोनों के बीच आपसी समझ मजबूत होने चाहिए. कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया का अवलोकन करते रहें. अफवाह एवं झूठ इनके जरिए तेजी से फैलता है. समय पर हस्तक्षेप कर गलत सूचना पर कार्रवाई करें. कलेक्टर ने कहा कि अपने मातहतों पर आंख मूंदकर विश्वास न करें. यदि कोई उनकी प्रामाणिक शिकायत करता है तो उन पर ध्यान दें. निष्पक्ष तरीके से इसकी जांच कर जरूरी कार्रवाई किया जाये.
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने कहा कि पुलिस का मानवीय चेहरा के साथ-साथ अपराधियों के बीच कठोर रूख भी दिखना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीति के अलावा सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र की सूचनाओं पर ध्यान दें और कार्रवाई करें. उन्होंने भी पुलिस व मजिस्ट्रेट की आपसी समन्वय पर ज्यादा जोर दिया. इससे समाज में अच्छा संदेश पहुंचता है. उन्होंने कहा कि आम जनता एवं विभिन्न संगठनों से जितना ज्यादा संवाद होगा, उतनी ज्यादा जानकारी मिलेगी जो उपयोगी साबित होगी.