Chhattisgarh: बिलासपुर में स्वास्थ्य केंद्रों का बुरा हाल, कहीं ताला बंद तो कहीं डॉक्टर गायब, 7 स्वास्थ्य कर्मचारियों को नोटिस
Chhattisgarh News: बिलासपुर के ग्रामीण इलाके की शासकीय अस्पताल में ताला बंद पाए जाने पर एक डॉक्टर सहित कुल 7 स्वास्थ्य कर्मचारियों के एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं. मस्तुरी ब्लॉक के पीएचसी ओखर में 25 मई को ऑफिस टाइम में अस्पताल तालाबंद पाया गया. बड़ी संख्या में मरीज डॉक्टरों के आने का इंतजार कर रहे थे. कलेक्टर को जानकारी मिलने पर नाराज़गी जताई और कार्रवाई के निर्देश दिए.
बीएमओ मस्तुरी द्वारा 28 मई को उन्हें शो कॉज नोटिस दिया गया. उनका जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर एक दिन का वेतन काटने की सजा सुनाई गई है. उन्हें भविष्य में समय पर अस्पताल पहुंच कर मरीजों का इलाज करने की चेतावनी भी दी गई है. जिन डॉक्टर और कर्मचारियों के वेतन काटा जा रहा है, उनमें चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवशंकर नागेशी, आरएमए गोविंद प्रसाद बंजारे, नेत्र सहायक भागीरथी बंजारे, फार्मा ग्रेड 2 देवेंद्र बंजारा, स्टॉफ नर्स विभव कच्छप, स्टाफ नर्स शिवानी पाण्डेय तथा सहायक ग्रेड 3 नरेंद्र कुमार राठौर शामिल हैं.
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बिलासपुर ही नहीं कोरबा, रायगढ़ का भी यही हाल
सिर्फ बिलासपुर जिला ही नहीं बल्कि कोरबा, रायगढ़ समेत कहीं और स्थान पर भी जिले के स्वास्थ्य केंद्रों का बुरा हाल है. खाने को इनमें डॉक्टर स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन मौके पर काम ही लाभ मिल पा रहा है. ग्रामीण बताते हैं कि स्वास्थ्य कर्मियों के आने जाने की टाइमिंग ठीक नहीं है. दवाई ठीक तरह से नहीं मिलती इसके अलावा इलाज को लेकर भी दिक्कत आती है. कुल मिला करके स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी और अन्य बातें जरूरी है, तभी इन स्वास्थ्य केंद्र का हाल ठीक हो पाएगा.
चुनाव का बहाना कर भी गायब रहे डॉक्टर
बिलासपुर जिले के कई स्वास्थ्य केंद्रों में चुनाव का बहाना कर डॉक्टर के गायब होने की बात सामने आई है. जबकि नियमों के हिसाब से डॉक्टरों की ड्यूटी चुनाव में नहीं लगाई जाती है. इसके बावजूद कुछ भीतरी गांव में ऐसे बहने का डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्रों में आने से परहेज करते रहे हैं जिसकी शिकायत स्वास्थ्य अधिकारियों से हुई है.