Chhattisgarh: बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने ज्यादा बारिश, बाढ़ और आपदा से बचने की तैयारियों को लेकर की बैठक, विभाग को दिए निर्देश
Chhattisgarh News: बिलासपुर में बारिश और बचाव को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. मानसून सक्रिय हो चुका है और लगातार बारिश हो रही है. यही कारण है कि आपदा से बचाव को लेकर जिला प्रशासन ने सारे अधिकारियों के साथ बैठक कर ऐसी आपात स्थिति से कैसे निपटे इस पर बात की. कलेक्टर अवनीश शरण ने अतिवृष्टि व बाढ़ की स्थिति में लोंगों के राहत एवं बचाव कार्य के लिए वैकल्पिक कार्य-योजना तैयार रखने को कहा है. उन्होंने कहा है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की अभी से पहचान कर उन भवनों को भी चिन्हित कर लिया जाए जहां पर प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर लगाई जा सके. कलेक्टर ने टीएल बैठक में आज इस आशय के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए. उन्होंने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त पत्रों समीक्षा करते हुए इसके निराकरण में और तेजी लाने के निर्देश दिए.
प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी पर हुई चर्चा
प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को भी मुनादी के जरिए चेताने को कहा है. कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को भी अलग से मेडिकल टीम गठित करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने कहा कि आंधी तूफान अथवा अन्य कारणों से खेतों और सार्वजनिक रास्तों पर बिजली के तार झूल रहे हैं. इससे टकराकर अनहोनी की आशंका रहती है. इसलिए बिजली विभाग को अभियान चलाकर इन्हें सुधारने को कहा गया है. अतिवृष्टि के कारण मकान अथवा अन्य क्षति होती है तो राजस्व विभाग अधिकतम एक सप्ताह में उन्हें सहायता राशि दिलाना सुनिश्चित करें. मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए यह कहा कि मौसमी बीमारी की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर एवं कर्मचारी अपने मुख्यालय में रहना सुनिश्चित करें ताकि तत्काल स्थिति को संभाला जा सके.
ये भी पढ़ें- बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने सीएमओ के साथ की गाली-गलौज, स्वास्थ्य मंत्री बोले- शिकायत मिली तो होगी कार्रवाई
किसानों के लिए ऐसे होगा इंतजाम
कलेक्टर ने खाद-बीज के उठाव एवं वितरण की स्थिति की भी जानकारी ली. उन्होंने सभी एसडीएम को अपने इलाके के सोसायटियों पर नजर रखने और दौरा करने को कहा है. उपलब्ध सभी सामग्री बिना परेशानी के मिलनी चाहिए. यदि कोई खाद अथवा बीज उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तो उसका वैकल्पिक उपाय भी किसानों को सुझाया जाये. खरीदी केन्द्रों से धान उठाव की समीक्षा करते हुए बिरकोना सोसायटी से 2-3 दिनों में अनिवार्य रूप से उठा लेने के निर्देश दिए.
रेत पर प्रतिबंध, खनिज विभाग को चेतावनी
खनिज अधिकारी ने बैठक में स्पष्ट किया कि नदी से रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लग चुका है, लेकिन पहले से संग्रहित किये गये रेत का परिवहन परिवहन किया जा सकता है. बशर्ते उन्हें रायल्टी पर्ची कटाना होगा. वृक्षारोपण की तैयारी की भी बैठक में समीक्षा की गई. वन अधिकारी ने बताया कि 2.66 लाख पौध वर्तमान में उपलब्ध है. इच्छुक लोगों को घर-घर पहुंचाकर उपलब्ध कराया जायेगा. कलेक्टर कार्यालय में भी 1 जुलाई से निःशुल्क पौधा वितरित किया जायेगा.
जानिए कहां कितनी बारिश हुई?
जिले में 16.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई. सबसे ज्यादा मस्तूरी तहसील में 40.4 मिमी. वर्षा हुई। अधीक्षक भू-अभिलेख बिलासपुर से प्राप्त जानकारी अनुसार बिलासपुर तहसील में 8.5 मि.मी., बिल्हा में 12.0 मि.मी., मस्तूरी में 40.4 मि.मी., तखतपुर में 15.3 मि.मी., कोटा तहसील में 19.2 मि.मी., सीपत में 24.3 मिमी., बोदरी में 16.4 मिली., बेलगहना में 17.3 मि.मी., बेलतरा में 9.0 मि.मी., रतनपुर में 11.0 मि.मी., सकरी में 11.8 मिमी. एवं पचपेड़ी में 9.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है.