Chhattisgarh: रायपुर से राजनांदगांव के रास्ते हैदराबाद तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे पर केंद्र सरकार ने लगाई रोक, ये है वजह

Chhattisgarh news: राजनांदगांव भारत माला परियोजना के तहत रायपुर से राजनांदगांव जिला होते हुए हैदराबाद तक 519 किमी बनने वाले एक्सप्रेस-वे सड़क के निर्माण पर केन्द्र सरकार ने फिलहाल रोक लगा दी है.
Chhattisgarh News

file image

Chhattisgarh news: राजनांदगांव भारत माला परियोजना के तहत रायपुर से राजनांदगांव जिला होते हुए हैदराबाद तक 519 किमी बनने वाले एक्सप्रेस-वे सड़क के निर्माण पर केन्द्र सरकार ने फिलहाल रोक लगा दी है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा फिलहाल डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बंद करने का आदेश जारी किया है. दो साल पहले ही 17 अक्टूबर 2022 को केंद्र ने इस एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी थी.

हैदराबाद तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे पर केंद्र सरकार ने लगाई रोक

रायपुर से राजनांदगांव के रास्ते हैदराबाद तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे पर केंद्र सरकार ने रोक लगाई है, करीब साढ़े चार हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को केंद्र ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है, इसके पीछे के कारणों का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन आदेश के बाद प्रभावित क्षेत्रों में मुनाफाखोरी की आस में जमीन की खरीदी करने वालों को तगड़ा झटका लगा है. वहीं फिलहाल प्रोजेक्ट के रोक के बाद अविभाजित जिले के प्रभावित क्षेत्र के 69 गांवों में जमीन की खरीदी-बिक्री पर लगे रोक को भी हटाया जाए‌गा. प्रस्ताव के मुताबिक यह सड़क रायपुर से दुर्ग, राजनांदगांव, गढ़चिरौली, गोदपीपरी, आदिलाबाद, मैनरेरियल, रामागुंडम और करीमनगर होते हुए हैदराबाद तक बननी थी. छत्तीसगढ़ में 104 किमी और महाराष्ट्र में 77 किलोमीटर लंबी सड़क बननी थी. छत्तीसगढ़ और महाराष्ट को मिलाकर कुल 181 किमी और बाकी 338 किमी सड़क आंध्रप्रदेश में बननी थी.

वनभूमि भी एक बड़ी समस्या

जानकारी अनुसार रायपुर-हैदराबाद एक्सप्रेस-वे में मोहला, मानपुर से लेकर गढ़चिरौली के एक लंबे इलाके की जमीन वन भूमि है. वन भूमि को अधिग्रहित करने की प्रक्रिया काफी लंबी होती है. संभवतः इस वजह से अभी इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाला गया होगा. अधिग्रहण के लिए कार्रवाई शुरू करने की दिशा में भी काम शुरू कर दिया गया था. अचानक ब्रेक लगने से हड़कंप मच गया है.

ये भी पढ़ें- मानसून सत्र में दवा व उपकरण खरीदी में गड़बड़ी का मुद्दा उठा, स्वास्थ्य मंत्री ने तीन महीने के अंदर जांच कराने की कही बात

अविभाजित जिले के इन गांवों से गुजरती एक्सप्रेस-वे

राजनांदगांव ब्लॉक में सिंधोला, सुरगी, महराजपुर, ढोदिया, जंगलेशर, कोटराभांठा, आरला, मोखला, कुसमी, भरेंगांव, टेड़ेसरा, इंदवानी, पारीखुर्द, सांकरा, देवादा एवं सोमनी गांव से होकर यह सड़क गुजरेगी. धुरिया ब्लॉक में ग्राम दैहान, धुपसाल, लाटमेटा, नरेठीटोला, सागर, कुमरदा, आमगांव, भंडारीभरवा, चांदो, मुचेदंड, कन्हारपुरी, देवरी, पांगरीकला, साल्हे, मनहोरा, अछोली. डोंगरगांव ब्लॉक में मोहड़, करियाटोला, माथलडबरी, बेदरकट्टा, दरी, खुज्जी, बधमार, करेठी भटगुना, नादिया, खुर्सीपार, भाखरी, रीवागहन, कुतुलबोड़ भांठागांव में सड़क बननी थी.

डीपीआर बंद किया गया

मोहला-मानपुर-चौकी जिले में भी 42 किमी सड़क बननी थी. इनमें पाटनखास, तोयागोंदी, यहोवा, साल्हे, वासड़ी, बंजारी, छुरियाडोंगरी, टाटेकसा, छुईखड़का, ठाकुरबांधा, विचारपुर, मुड़पार, मिरचे, हेलमकोहड़ा, दक्कोटोला, चिल्हाटी, खड़खड़ी, झिटिया, हालमकोड़ो, एड़‌मागोंदी. डोंगरगांव, कहाड़कसा, हांडीटोला, आमाटोला बिटाल, राघोटोला, शिकारीटोला, थैलीटोला, जोरातराई गांव में एक्सप्रेस्वे बनाना था. SDM अतुल विश्कर्मा ने बताया परियोजना निर्देशक रायपुर से पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें रायपुर हैदराबाद भारत माला परियोजना अंतर्गत स्वीकृत सड़क के डीपीआर बंद करने के लिए एजेंसी को सूचित किया गया है.

ज़रूर पढ़ें