Chhattisgarh: प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से की मुलाकात, सरकार को लेकर की शिकायत
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस लगातार भाजपा सरकार को लचर कानून व्यवस्था को घेरने का काम कर रही है. इसके पहले कई बार प्रदर्शन करने के बाद आज कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की नेतृत्व में राज्यपाल रामेन डेका से सरकार की शिकायत करने पहुंचे. जहां प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को लेकर शिकायत की.
कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से की मुलाकात
छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून व्यवस्था, बलौदा बाजार हिंसा और महिलाओं के साथ हो रहे अनाचार को लेकर कांग्रेस ने राज्यपाल के समक्ष विरोध दर्ज कराया. कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में दावा किया कि बीते 9 महीनों में राज्य में 600 से अधिक हत्याएं और 3094 से अधिक महिला अत्याचार की घटनाएं हो चुकी हैं. राजधानी में चार गोलीकांड, लूटपाट और चाकूबाजी की घटनाएं आम हो गई हैं. कांग्रेस ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की और कहा कि सरकार ने प्रदेश को अपराधियों के हवाले कर दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल राजभवन पहुंचा और राज्यपाल रमन डेका को ज्ञापन सौंपा. इस प्रतिनिधि मंडल में पूर्व अध्यक्ष धनेंद्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, शिव डहरिया और अमितेश शुक्ल शामिल थे.
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कानून व्यवस्था पर उठाए गंभीर सवाल
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, राज्य में अपराध बढ़े हैं. उन्होंने राजधानी रायपुर में रोजाना औसतन तीन हत्या होने का दावा किया। बैज ने कहा कि अपराधी सरेआम सड़कों पर चाकूबाजी कर रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, विशेषकर मासूम बच्चियों के साथ दुराचार की घटनाओं ने राज्य को शर्मसार किया है.
कांग्रेस केवल राजनीतिक प्रोपेगेंडा करती है – श्याम बिहारी जायसवाल
कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के राज्यपाल से मुलाकात पर मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत ठीक है.प्रदेश में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है. जहां ऐसी स्थिति हो. पूरे प्रदेश में शांति व्यवस्था अच्छी है. कांग्रेस केवल राजनीतिक प्रोपेगेंडा करती है.
विपक्ष के रूप में कांग्रेस जहां सरकार पर हमलावर है. तो वहीं संगठन की ओर से दो टुक निर्देश दिए गए है. यही वजह है कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता एक मंच साझा करते नजर आ रहे है. वहीं एग्रेसिव होकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे है..कांग्रेस की यह स्ट्रैटजी भले ही नेताओं की मजबूरी हो लेकिन विपक्ष में खड़े रहने के लिए यह जरूरी भी है.