Chhattisgarh: खाद्य विभाग ने राजनांदगांव में बॉयोडीजल का अवैध परिवहन करते 5 टैंकरों को पकड़ा, 2 लाख रुपए का वसूला दंड

Chhattisgarh News: राजनांदगांव पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के चलते राज्य में बायोडीजल के अवैध कारोबार बढ़ने के बीच राज्य शासन ने अब कार्रवाई शुरू कर दी है. खाद्य विभाग ने पाटेकोहरा स्थित बेरियर में पांच टैंकरों को जब्त किया है.
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पकड़ी गई गाड़ियां

Chhattisgarh News: राजनांदगांव पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के चलते राज्य में बायोडीजल के अवैध कारोबार बढ़ने के बीच राज्य शासन ने अब कार्रवाई शुरू कर दी है. खाद्य विभाग ने पाटेकोहरा स्थित बेरियर में पांच टैंकरों को जब्त किया है. लाईसेंस नहीं होने की स्थिति पर चार टैंकरों पर करीब दो लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. खाद्य विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है.

जानिए क्या है पूरा मामला

राजनांदगांव जिले सहित राज्य में पिछले लंबे समय से बायोडीजल का अवैध कारोबार चल रहा है. नेशनल हाईवे में स्थित ढाबों से लेकर कबाड़ दुकानों से बायोडीजल को बेचा जा रहा है. इस अवैध कारोबार में लगे लोगों द्वारा गुजरात से बायोडीजल को खरीदकर इसे छत्तीसगढ़ सहित आसपास के राज्यों में इसकी सप्लाई की जा रही है। बिना लाईंसेस के चल रहे इस कारोबार पर अब राज्य शासन ने अपना शिकंजा कसा है राज्य के खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने पिछले दिनों खाद्य अफसरों की एक बैठक लेकर बायोडीजल की सप्लाई की चेन को ध्वस्त करने के निर्देश दिए थे. मंत्री के निर्देश बाद हरकत में आए खाद्य महकमे ने पाटेकोहरा स्थित बेरियर में अभियान चलाकर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है.

खाद्य विभाग अधिकारी राकिन्द्र सोनी बताया कि ने पांच वाहनों को जब्त किया है. जिसमें से चार वाहनों पर कुल 1 लाख 91 हजार रुपए का जुर्माना भी अधिरोपित किया गया है. एक टैंकर के आयल को प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा जाएगा. नेशनल हाईवे के ढाबों में चल रहा अवैध कारोबार की है कार्रवाई पाटेकोहरा जांच चौकी में बायोडीजल के पांच टैंकरों को जब्त किया गया है। चार टैंकरों से जुर्माना वसूल किया गया है.

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बागनदी-चिचोला में सक्रिय गिरोह

राजनांदगांव जिले में बागनदी और चिचोला इलाके में पिछले लंबे अरसे से बायोडीजल का अवैध कारोबार संचालित किया जा रहा है. बताया जाता है कि नेशनल हाईवे में ही स्थित ढाबों और कबाड़ी दुकानों के अलावा एक फैक्ट्री से भी बायोडीजल की बिक्री व्यापक पैमाने पर की जा रही है. राज्य की सीमा में पहुंचने के पहले ही इसे खपाया जा रहा है.

शासन को राजस्व का नुकसान

छत्तीसगढ़ में बायोडीजल की अवैध बिक्री के कारण राज्य सरकार को राजस्व का अच्छा खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. बिना लाईसेस चल रहे इस कारोबार पर शिकंजा कसने की कोशिश कांग्रेस सरकार में भी हुई थी.

इन वाहनों पर कार्रवाई

खाद्य अधिकारी ने बताया है कि कुल पांच टैंकर जब्त किए गए हैं. जिसमें रायपुर पावर एंड स्टील दुर्ग का टैंकर क्रमांक जीजे-39-टी-7800, आशी पर्सनल केअर रायपुर का वाहन क्रमांक डीएन-09-एन-9369, आरनेट ट्रेडलिंक कोरबा का टैंकर क्रमांक डीडी-01-ई-9027, विनायक माइनिंग इंफ्रा लिमिटेड कोरबा टैंकर क्रमांक डीडी-01- एफ-9429 तथा आदित्य इंटरप्राईजेसस दुर्ग टैंकर क्रमांक एमएच-43-डीएक्स-4160 को रोककर जब जांच की गई तो उसमें बायोडीजल और विलायक प्रकृति के आयल होने की पुष्टि हुई है.

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