Chhattisgarh: नक्सलियों के डर से पद्मश्री लौटाएंगे हेमचंद्र मांझी, इलाज बंद करने का भी लिया फैसला, गांव छोड़ शहर में रहने को हैं मजबूर

Chhattisgarh News: पद्मश्री हेमचंद मांझी ने पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया है, और आज से उपचार बंद करने की भी घोषणा की है. उन्होंने बताया कि, लगातार नक्सलियों से धमकी मिलने के बाद अब वह यह कदम उठा रहे हैं. नक्सलियों ने बीएसएनएल के टावर को आग के हवाले कर पोस्टर लगाया था.
Chhattisgarh News

पद्मश्री हेमचंद माझी

Chhattisgarh News: नारायणपुर में पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद्र मांझी को नक्सलियों ने फिर जान से मारने की धमकी दी है, इसे लेकर नक्सलियों ने पर्चा जारी किया था. वहीं अब नक्सलियों के डर से पद्मश्री सरकार को वापस लौटाने और इलाज बंद करने का लिया फैसला है.

हेमचंद्र मांझी ने पद्मश्री लौटाने का किया ऐलान, इलाज बंद करने का लिया फैसला

पद्मश्री हेमचंद मांझी ने पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया है, और आज से उपचार बंद करने की भी घोषणा की है. उन्होंने बताया कि, लगातार नक्सलियों से धमकी मिलने के बाद अब वह यह कदम उठा रहे हैं. नक्सलियों ने बीएसएनएल के टावर को आग के हवाले कर पोस्टर लगाया था. पोस्टर में पद्मश्री हेमचंद मांझी को जान से मारने की धमकी दी थी.

ये भी पढ़ें- बेमेतरा की ‘मौत की फैक्ट्री’ पर आखिर क्यों प्रशासन है मेहरबान?जानिए ब्लास्ट और फैक्ट्री की असल सच्चाई

गांव छोड़ शहर में रहने को हैं मजबूर

बता दें कि नक्सली हेमचंद्र मांझी के भतीजे कोमल मांझी की भी हत्या कर चुके है, वहीं बीते 6 महीने से नक्सलियों के डर के कारण गांव छोड़ शहर में रहने को मजबूर है.

जानिए कौन है हेमचंद्र मांझी

नारायणपुर जिले के रहने वाले हेमचंद्र मांझी वैद्यराज के नाम से प्रसिद्ध हैं. आज वह पारंपरिक तरीके से जंगली जड़ी-बूटियों से बीमारियों का इलाज करते हैं. मांझी ने अपना पूरा जीवन जड़ी-बूटियों की खोज और उनसे लोगों का इलाज करने में बिताया. लगभग पांच दशकों तक उन्होंने हजारों लोगों को ठीक किया है. जनता के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा के कारण केंद्र सरकार ने वैद्यराज हेमचंद मांझी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.

 

ज़रूर पढ़ें