Chhattisgarh: NTPC नहीं दे रहा अनुकंपा नियुक्ति, आक्रोशित लोगों ने की रेल रोको आंदोलन की तैयारी

Chhattisgarh News: बिलासपुर में सीपत स्थित NTPC अनुकंपा नियुक्ति नहीं दे रहा है. इसे लेकर क्षेत्र में बड़ा जन आक्रोश है. यही कारण है कि रविवार को आसपास के लोगों ने रेल रोको आंदोलन की तैयारी की है. पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है.
Chhattisgarh News

File Image

Chhattisgarh News: बिलासपुर में सीपत स्थित NTPC अनुकंपा नियुक्ति नहीं दे रहा है. इसे लेकर क्षेत्र में बड़ा जन आक्रोश है. यही कारण है कि रविवार को आसपास के लोगों ने रेल रोको आंदोलन की तैयारी की है. पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है, और गांव में कोटवारों के जरिए इस बात की मुनादी करवाई जा रही है कि कोई भी इस आंदोलन का हिस्सा नहीं बने.

सीपत के बिटकुला में रहने वाले जितेश पटनवार के पिता गजेंद्र पटनवार NTPC में कार्यरत रहे. कुछ साल पहले उनकी मृत्यु हो गई और बेटा जितेश लगातार अनुकंपा नियुक्ति में एनटीपीसी से नौकरी की मांग करता रहा. लेकिन आज तक उसे नौकरी नहीं मिली है और यही कारण है कि वह आज भी अनुकंपा नियुक्ति को लेकर अड़ा हुआ है. एनटीपीसी से बातचीत के बाद जब मामला नहीं सुलझा तब उन्होंने रेल रोको आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी. रविवार को गांव के लोगों को इस बात के लिए राजी किया कि सारे इस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे लेकिन पुलिस की मुस्तादी के कारण फिलहाल तक आंदोलनकारी मौके पर नहीं पहुंच सके हैं. इससे पहले भी एनटीपीसी के खिलाफ क्षेत्र में गलत माहौल बना हुआ है. एनटीपीसी प्रबंधन की लापरवाही के चलते क्षेत्र के सैकड़ो हजारों लोगों को समस्या हो रही है.

Chhattisgarh News
आंदोलन के लिए जारी पत्र

NTPC के रवैया से क्षेत्र के हजारों लोग आक्रोशित

NTPC सिर्फ नौकरी या अनुकंपा नियुक्ति के मामले में लोगों को समस्या नहीं दे रहा बल्कि क्षेत्र में उनकी बिजली पैदा करने की प्रक्रिया के दौरान निकली राख ने भी अच्छे खासे लोगों को प्रभावित कर रखा है. प्रदूषण के कारण दिनभर धूल और धुआं उड़ता है और लोगों को समस्या होती है। इसकी शिकायत भी शासन स्तर पर हो चुकी है लेकिन फिलहाल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

ये भी पढ़ें- बालोद और दंतेवाड़ा जिले में नीट यूजी री-एग्जाम आज, प्रदेश के 602 छात्र हो रहे शामिल

पहले भी हो चुका है रेल लोको आंदोलन

एनटीपीसी के सुस्त रवैया का कारण है कि इससे पहले भी गांव के लोगों ने रेल रोको आंदोलन किया था, और बड़ी संख्या में पुलिस ने लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार भी किया. कुल मिलाकर जब भी NTPC में कोई मामला होता है. प्रबंधन पुलिस को आगे कर देता है, और इसके कारण ही किसी समस्या का हाल सालों से नहीं हो पा रहा है. अनुकंपा नियुक्ति के मामले में भी सैकड़ो लोग चाहते हैं कि प्रबंधन यह सुविधा शुरू करें लेकिन अभी तक उनके यहां या सुविधा शुरू हुई है या भी नहीं इसकी पुष्टि करने वाला भी कोई नहीं है.

ज़रूर पढ़ें