Chhattisgarh: राजनांदगांव में पहली बारिश में खुली सड़क निर्माण की पोल, गड़बड़ियों को ढंकने की हो रही कोशिश
Chhattisgarh News: राजनांदगांव नगर में लगभग 18 करोड़ की लागत से हो रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य की पोल पहली बारिश में ही खुलने के बाद अब इस कार्य में ठेकेदार का एक और साहसिक अजूबा देखने को मिल रहा है. ठेकेदार द्वारा जगह जगह से उखड़ चुके रोड के गड्ढो को अब सीमेंट और रेती डालकर भरा जा रहा है.
Chhattisgarh News: राजनांदगांव नगर में लगभग 18 करोड़ की लागत से हो रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य की पोल पहली बारिश में ही खुलने के बाद अब इस कार्य में ठेकेदार का एक और साहसिक अजूबा देखने को मिल रहा है. ठेकेदार द्वारा जगह जगह से उखड़ चुके रोड के गड्ढो को अब सीमेंट और रेती डालकर भरा जा रहा है. बरसते पानी के बीच गड़बड़ियो को ढंकने के चल रहे इस प्रयास से डामर रोड को कितनी संजीवनी मिल पायेगी, यह तो समय ही बतायेगा.
राजनांदगांव में सड़क चौड़ीकरण में हो रही अनियमितता
बता दें कि बगदई पुल से मोहड़ चौक तक लगभग 3.60 किलोमीटर बनने वाले सड़क को लेकर शुरू से ही लोगों को शिकायतें हैं। दो दिनों पूर्व क्षेत्रीय विधायक दलेश्वर साहू द्वारा विधानसभा में सड़क चौड़ीकरण कार्य में बरती जा रही अनियमितता व गड़बड़ी को लेकर प्रश्न उठाने के बाद अब यह बात साबित हो जाता है कि उनके अपने ही चहेते ठेकेदार द्वारा उनके ही नाक के नीचे किस तरह साफगोई से गुणवत्ताविहिन कार्य को अंजाम दिया जा रहा है.
अब तो आमजनों में यह भी सवाल उठने लगा है कि वास्तव में अधिकारिक रूप से ठेकेदार को निर्माण कार्य समयावधि बढ़ाने का आदेश मिला है या नहीं? क्योंकि कम संसाधनों की उपलब्धता के बीच बहुत ही धीमी गति से ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य कराया गया. उससे पहले ही सड़क चौड़ीकरण की जद में न आने वाले अतिक्रमणों को प्रशासन द्वारा ढहा दिया गया था और तोडफोड़ कर दिया गया था.
गड़बड़ियों को ढकने की हो रही कोशिश
देखा जाये तो अभी भी आधे अधूरे सड़क निर्माण कार्य में जगह जगह गड्ढे हो गये हैं, 24 जुलाई को 18 करोड़ की सड़क में जगह जगह गड्ढे शीर्षक से आज ठेकेदार ने जर्जर रोड की सुध ली और मरम्मत कार्य शुरू करवाया, लेकिन उसमें भी बड़ा गोलमाल नजर आ रहा है. डामरीकृत सड़क में जगह-जगह हुये गड्ढों में सीमेंट और रेती डालकर समतल किया जा रहा है. अब डामरीकृत सड़क में सीमेंट और रेत डालने की सलाह ठेकेदार को किसने दी, यह तो वे ही जानें, परन्तु बरसात के बीच हो रहे इस तरह का मरम्मत कार्य कितने दिन तक टिक पायेगा, यह सोचनीच विषय है.
इसके अलावा यह भी देखने में आया है कि कुछ जगहों पर गड्ढों में मीडियम साइज का गिट्टी डाला गया है, लेकिन उस पर रोलर आदि चलाकर बराबर नहीं किया गया है, जिसके कारण वह आने जाने वालों के लिए दुर्घटना का कारण बन रहा है. बहरहाल, सुगम यातायात के लिए कांग्रेस शासनकाल में स्वीकृत सड़क चौड़ीकरण प्रोजेक्ट अब लोगों के लिए आफत का सबब बनते जा रहा है.