Durg News: 70 हजार से अधिक लोग विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर में हुए शामिल, 13 दिनों में 70 वार्डो में पहुंची यात्रा

Durg News: संकल्प यात्रा शिविर को लेकर महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास लगातार माॅनिटरिंग करते रहे हैं.

विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर

Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के नगर पालिका निगम क्षेत्र में चल रहे विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर का अंतिम पड़ाव मंगल बाजार छावनी शहीद चुम्मन वार्ड 40 में आयोजित किया गया. पिछले 13 दिनों से चले यात्रा में 26 स्थलों पर शिविर लगाकर निगम के सभी 70 वार्डों के हितग्राहियों तक पहुंच बनाई गई और नागरिकों को शासन की जनकल्याणकारी योजना से जोड़ा गया है.
13 दिनों में 24606 लोगों ने विभिन्न योजनाओं का लिया लाभ
इस शिविर स्थल छावनी और मानव आश्रम सेक्टर 01 में पार्षद वीणा चंद्राकर , गिरिजा बंछोर, शकुन्तला साहू, जिला अध्यक्ष ब्रिजेश ब्रिजपुरिया, महामंत्री योगेन्द्र सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए और छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर माला चढ़ाकर व दीप जलाकर वहां मौजूद लोगों को भारत को 2047 तक विकसित एवं समृद्व राष्ट्र बनाने का संकल्प दिलाया गया. 13 दिनों तक भिलाई निगम क्षेत्र के 26 स्थानों पर लगे शिविर में 70 हजार से अधिक नागरिकों ने उपस्थिति दर्ज कराई, जिसमें से करीब 24606 नागरिकों ने विभिन्न योजनाओं में लाभ लेने के लिए आवेदन दिये हैं.
1500 लोगों ने उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन का फार्म भरे
संकल्प यात्रा शिविर को लेकर महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास लगातार माॅनिटरिंग करते रहे हैं. अधिकतर शिविर में खुद जाकर अधिक से अधिक लोगों को शिविर के माध्यम से लाभ दिलाने के लिए अधिकारी कर्मचारी को निर्देशित करते रहे. शिविर में करीब 9016 लोगों ने आधार अपडेशन कराया, 9081 लोगों ने निःशुल्क स्वास्थ्य कैम्प में इलाज करवाया और उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन लेने के लिए 1500 फाॅर्म भरे हैं.
1200 लोगों ने पीएम स्वनिधि से ऋण लेने का किया आवेदन 
इस विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत 1200 लोगों ने पीएम स्वनिधि से ऋण लेने आवेदन किया. वहीं शासन की योजनाओं का लाभ लेने वाले 151 हितग्राहियों शिविर स्थल पर अपनी सफलता की कहानी सुनाई. प्रतिदिन दो पालियों में आयोजित शिविर में गर्भवती माताओं की गोदभराई, कुपोषण बच्चों को पोषक तत्वों का कीट प्रदान किया गया. विश्वकर्मा योजना से कारीगरों एवं शिल्पकारों को बढ़ावा देने जैसे स्टाॅल भी लगाए गए थे.

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