महादेव ऐप केस में CBI का बड़ा एक्शन, एक साथ 60 जगहों पर मारी रेड
छत्तीसगढ़ में CBI की रेड
CBI Raid IN CG: छत्तीसगढ़ में CBI ने अब तक का सबसे बड़ा एक्शन किया है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई नेताओं और अधिकारियों के घर सीबीआई ने रेड मारी है. छत्तीसगढ़ के अलावा भोपाल दिल्ली और कोलकाता समेत कुल 60 जगहों पर सीबीआई ने रेड मारी है. CBI के इस एक्शन से छत्तीसगढ़ की राजनीति में वार पलटवार का सिलसिला शुरू हो गया है.
CBI का एक्शन, भूपेश बघेल के घर पर मारी रेड
महादेव सट्टा एप मामले में CBI की टीम ने छत्तीसगढ़ में 50 से ज्यादा जगहों पर रेड की है. जिसमें पूर्व सीएम भूपेश बघेल, उनके दो ओएसडी, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, निलंबित अधिकारी सौम्या चौरसिया, और 4 आईपीएस समेत 7 पुलिस अधिकारी शामिल हैं. आज सुबह 4 गाड़ियों में करीब 6 से 7 सीबीआई अधिकारी भूपेश बघेल के भिलाई-3 में मौजूद घर पर पहुंचे. अधिकारियों ने भूपेश बघेल के घर पर करीब घंटों तक जांच की. इस दौरान सीबीआई ने भूपेश बघेल के आधा दर्जन गाड़ियों की तलाशी ली.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के भिलाई सेक्टर 5 में मौजूद घर पर सीबीआई पहुंची. सीबीआई ने घर के छत की जांच की और हर जगह की वीडियोग्राफी की गई, हालांकि इस दौरान देवेन्द्र यादव घर पर मौजूद नहीं थे.
अधिकारियों के ठिकानों पर दी दबिश
नेताओं के अलावा पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई है. रायपुर के आईजी रहे आनंद छाबड़ा के घर की है. तीन गाड़ीयों में लगभग 8 से 10 अधिकारी आनंद छाबड़ा के घर पहुंचे. इस दौरान सीबीआई ने दस्तावेज और डिजिटल डिवाइसेज को खांगला. वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार रहे विनोद वर्मा के घर पर सीबीआई की टीम ने दबिश दी और दस्तावेज खंगाला. इसके अलावा रायपुर के एसपी रहे प्रशांत अग्रवाल के घर सीबीआई ने रेड की और घर के अंदर दस्तावेज खंगाले. वहीं रायपुर में ASP रहे अभिषेक महेश्वरी के घर सुबह सीबीआई की टीम पहुंची. लेकिन अभिषेक महेश्वरी और उनका परिवार घर पर नहीं था. इस वजह से सीबीआई अभिषेक के घर को सील कर वापस लौट गई.
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महादेव बेटिंग ऐप घोटाले से जुड़े है तार
CBI ने आज महादेव बेटिंग ऐप घोटाला मामले में कार्रवाई की. बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अगस्त 2024 में महादेव बेटिंग ऐप घोटाले की जांच आधिकारिक तौर पर सीबीआई को सौंप दी थी. ईडी ने पिछले साल जनवरी में इस पूरे मामले की जांच शुरू की थी, जिसके बाद इसका जिम्मा एसीबी और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को भी सौंप दिया गया था. इस साल लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले 4 मार्च को एसीबी द्वारा दायर चार्जशीट में भूपेश बघेल को आरोपी बनाया गया था.
क्या है महादेव सट्टा घोटाला ?
महादेव सट्टा एप की जांच अक्टूबर 2022 में शुरू हुई थी. कांग्रेस सरकार के समय ईडी ने जांच शुरू की थी. दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर में मामला दर्ज हुआ था. ईडी ने 6 हजार करोड़ के घोटाले का खुलासा किया था. घोटाला धोखाधड़ी के जरिए किया गया है. जनवरी 2024 तक 80 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदेश भर में लगभग 600 आरोपियों पर कार्रवाई हुई है. घोटाले के तार दुबई तक जुड़े हैं. घोटाले से बघेल के जुड़े होने के आरोप हैं, बघेल को 508 करोड़ देने का आरोप है. छत्तीसगढ़ में CBI की रेड से जुड़ी सभी जानकारी के लिए लाइव पेज के हाइलाइट्स पढ़ें-