Naxal Encounter: मुठभेड़ में 25 लाख का इनामी नक्सली कमलेश ढेर, आईजी पी सुंदरराज ने की पुष्टि
Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को राज्य के इतिहास का सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन हुआ, जहां सेना के जवानों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. यह मुठभेड़ दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के सीमा क्षेत्र में हुई. इस मुठभेड़ में 40 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. जबकि 31 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. इसमें सुरक्षा जवानों को सबसे बड़ी सफलता मिली है. इसमें 25 लाख के इनामी नक्सली भी मारे गए है.
DKSZC सदस्य नीति और कमलेश भी ढेर, आईजी पी सुंदरराज ने की पुष्टि
इस मुठभेड़ में DKSZC सदस्य नीति और कमलेश भी मारे गए. बता दें कि कमलेश 25 लाख रुपये का इनामी नक्सली है. वहीं नीति पूर्वी बस्तर डिविजन की सचिव और बारसूर एरिया कमेटी इंचार्ज थी. बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने इसकी पुष्टि की है. बस्तर आईजी ने कहा कि शवों को शिनाख्त किया जा रहा है. सर्च ऑपरेशन अभी लगातार जारी है. जवान नक्सलियों का शव लेकर आ रहें है.
जवान कंधे पर लादकर ला रहे हैं नक्सलियों के शव
दंतेवाड़ा-नारायणपुर के बॉर्डर स्थित छिंदनार पुल पर सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल रखा है. जवान नक्सलियों के शव कंधों पर लादकर ला रहे हैं और इन्हें ट्रैक्टर में जिला मुख्यालय ले जाने की तैयारी हो रही है. नक्सली मुठभेड़ में घायल डीआरजी के जवान रामचंद्र यादव से मिलने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा देर रात राजधानी रायपुर के नारायणा अस्पताल पहुंचे. उन्होंने घायल जवान का हालचाल जाना और मुठभेड़ के घटनाक्रम की जानकारी ली.
ये भी पढ़ें- मुठभेड़ में 25 लाख का इनामी नक्सली कमलेश ढेर, आईजी पी सुंदरराज ने की पुष्टि
नक्सलवाद के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन है – विजय शर्मा
अबूझमाड़ में हुई मुठभेड़ पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि दिनभर चली मुठभेड़ में STF की फोर्स थी. यहां DRG दंतेवाड़ा और DRG नारायणपुर भी थे. नक्सलियों की बड़ी संख्या वहां थी उनकी 6 कंपनी थी, प्लाटून नंबर 16 में दोनो साथ चलते थे. इस बड़े ऑपरेशन में अब तक 31 शव बरामद हुए हैं. यह नक्सलवाद के खिलाफ सबसे बड़ा छग का ऑपरेशन है.