Raipur नगर निगम में महापौर का कार्यकाल हुआ खत्म, मीनल चौबे ने एजाज ढेबर को बताया फिसड्डी, सिंघम की भी हुई एंट्री

Raipur: रायपुर नगर निगम में महापौर और नेता प्रतिपक्ष समेत 70 पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो गया है. आज से निगम प्रशासक के हाथ में भी सौंप दिया गया है. कार्यकाल की आखिरी दिन महापौर एजाज ढेबर ने पिछले 5 सालों पर किए गए कामों की जानकारी दी. तो वही, नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने उन कामों को शून्य बताया है. निगम की राजनीति में सिंघम का भी जिक्र हो रहा है.
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ऐजाज ढेबर और मीनल चौबे

Raipur: रायपुर नगर निगम में महापौर और नेता प्रतिपक्ष समेत 70 पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो गया है. आज से निगम प्रशासक के हाथ में भी सौंप दिया गया है. कार्यकाल की आखिरी दिन महापौर एजाज ढेबर ने पिछले 5 सालों पर किए गए कामों की जानकारी दी. तो वही, नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने उन कामों को शून्य बताया है. निगम की राजनीति में सिंघम का भी जिक्र हो रहा है.

महापौर एजाज ढेबर का कार्यकाल हुआ खत्म

5 जनवरी 2019 में रायपुर नगर निगम कांग्रेसी महापौर एजाज ढेबर का कार्यकाल शुरू हुआ था. वही अब कार्यकाल खत्म हो गया है. ऐसे में महापौर एजाज ढेबर शहर की जनता के हित में बिना भेदभाव के काम करने का दावा कर रहे हैं. वही, अपने कार्यकाल की उपलब्धि भी गिना रहे है.

एजाज ढेबर के कार्यकाल में हुए ये काम

  1. बूढ़ा पारा विवेकानंद सरोवर का सौंदर्यकरण
  2. अंतर राज्य बस टर्मिनल
  3. सिटी कोतवाली की नई बिल्डिंग
  4. 18 पिंक टॉयलेट बने
  5. कलेक्ट्रेट के पास 6 मंजिल मल्टीलेवल पार्किंग
  6. 8637 पीएम आवास बने
  7. मंदिर और 29 तालाबों का सौंदर्यकरण.
  8. मोती बाग में तक्षशिला लाइब्रेरी
  9. एजाज ढेबर ने कार्यकाल समाप्त होने पर कहा कि वे गर्व से कह सकते हैं कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाई. बीजेपी ने उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए थे. लेकिन पांच साल में एक भी आरोप साबित नहीं हो पाया.

वह सिंघम नहीं फिसड्डी महापौर – मीनल चौबे

वही, नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा महापौर खुद को सिंघम बता रहे हैं. वह सिंघम नहीं फिसड्डी महापौर है. पिछले 5 सालों में शहर में ना तो विकास हुआ और ना ही जनता को मूलभूत सुविधाएं मिल पाई.

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यहां फेल हुआ महापौर का कार्यकाल

  1. यूथ हब के नाम पर नौजवानों से धोखा.
  2. उद्यानों का व्यवसायीकरण.
  3. डिवाइडर घोटाला.
  4. बिना प्लानिंग मावली माता मंदिर निर्माण की घोषणा.
  5. सफाई कर्मचारियों को रोजाना नाश्ता वितरण का झूठा वादा.
  6. मल्टी लेवल पार्किंग की दुर्दशा.
    पक्ष और विपक्ष के तमाम पार्षदों के अपने अपने दावे है. इस बीच रायपुर शहर में कई ऐसे वादे किए गए थे. जो अब तक अधूरे रह गए.

यह काम को नहीं कर पाए पूरा

  1. डॉग शेल्टर नहीं बन पाई सुविधा
  2. मिनी मेट्रो का सपना फिर रह गया अधूरा.
  3. 24*7 पानी देने का भी सपना अधूरा..
  4. रायपुर शहर में धूल से नहीं मिली राहत.
  5. यूजर चार्ज नहीं हो पाया शून्य.
    महापौर एजाज ढेबर कह रहे है. उनकी परिषद ने अच्छा काम किया है. वही विपक्ष यानी नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे का कहना है कि महापौर सिर्फ अपने आप को सिंघम बता रहे हैं. अगर असल में सिंघम है तो इस बार का डायरेक्ट चुनाव लड़कर दिखाएं. कुल मिलाकर अब निकाय चुनाव होना है ऐसे में जनता के बीच उपलब्धियां और खामियां लेकर दोनों ही पार्टी पहुंचेंगे. लेकिन जनता जनार्दन इस बार किसको मौका देगी. यह तो चुनाव के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.

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