पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग पूरी, कहीं मंडप से वोट डालने पहुंचा दूल्हा, तो कहीं लोगों से चुनाव का किया बहिष्कार

CG Panchayat Election: छत्तीसगढ़ में आज पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग पूरी हो गई है. लोगों ने अपने गांव की सरकार के लिए वोट डाला. इस दौरान अनोखी तस्वीरें भी सामने आई.
CG Panchayat Election

पंचायत चुनाव की अनोखी तस्वीरें

CG Panchayat Election: छत्तीसगढ़ में आज पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग पूरी हो गई है. लोगों ने अपने गांव की सरकार के लिए वोट डाला. इस पंचायत चुनाव में कई बड़े नेताओं के रिश्तेदारों ने भी हिस्सा लिया है. वहीं आज की वोटिंग के लिए कई जगहों से अनोखी तस्वीरें सामने आई हैं.

पंचायत चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग पूरी

पहले चरण में पंच पद के लिए कुल 60 हजार 203 प्रत्याशी, सरपंच पद के लिए 14 हजार 646 प्रत्याशी, जनपद पंचायत सदस्य के लिए 4 हजार 587 प्रत्याशी और जिला पंचायत सदस्य के लिए 702 प्रत्याशी मैदान में हैं.

बता दें कि सामान्य इलाकों में सुबह 7 बजे से 3 बजे तक वोटिंग हुई, जबकि बस्तर में सुबह पौने 8 बजे से 2 बजे तक वोटिंग हुई. पूरे प्रदेश में लोगों ने वोटिंग में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.

ये भी पढ़ें- बदलते बस्तर की तस्वीर! नक्सलियों के गढ़ में जमकर हुई वोटिंग, 5 KM पहाड़ों से उतरकर लोगों ने डाला वोट

दुल्हन को छोड़ वोट डालने पहुंचा दूल्हा

आज मतदान के दौरान अलग-अलग तस्वीरें देखने को मिली जहां धमतरी में मतदान को लेकर जागरुक दूल्हा, दुल्हन को सामाजिक भवन में छोड़कर सीधे मतदान पहुंचा और वोट डाला. वहीं अपने वोट डालने पर दूल्हे ने कहा कि मतदान बेहद जरूरी है, सभी अपने मताधिकार का प्रयोग करें.

कबीरधाम में भी दिखी ऐसी तस्वीर

कबीरधाम जिले के कवर्धा विकासखंड के ग्राम पंचायत तमरूवा में रामगणेश सिन्हा ने शादी के साथ ही मतदान वो भी महत्व दिया. उन्होंने लोकतंत्र के महापर्व में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाते हुए मतदान किया.

डौंडी लोहारा के गांव में चुनाव का बहिष्कार

बालोद जिले के डौंडी लोहारा जनपद क्षेत्र के टटेंगा गांव के लोगों ने ग्राम पंचायत चुनाव बहिष्कार किया है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले दिन सुबह से लेकर दोपहर शाम तक टटेंगा के मतदान केंद्र में सन्नाटा पसरा रहा. एक भी मतदाता मतदान केंद्र में मतदान करने के लिए नहीं पहुंचे. ग्रामीणों ने जर्जर सड़क, सिंचाई नाली और स्वतंत्र पंचायत बनाए जाने की मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार करने का फैसला लिया है.

दरअसल टटेंगा गांव से लेकर भरदा गांव तक सड़क काफी जर्जर है. जर्जर सड़क की मरम्मत को लेकर ग्रामीण कई दफा प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं इसके अलावा 1700 की आबादी वाले टटेंगा गांव में 1300 मतदाता है. जिसके चलते ग्राम टटेंगा को स्वतंत्र पंचायत बनाने की मांग ग्रामीणों ने प्रशासन से की थी लेकिन प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं हुई.

ज़रूर पढ़ें